- 15 अगस्त 2020 को 74वां स्वतंत्रता दिवस
- लाल किले से PM मोदी फहराएंगे तिरंगा
- लाल किले से PM मोदी का लगातार 7वां भाषण होगा
Independence Day Shayari: 15 अगस्त 2020 यानी शनिवार को देश 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। शनिवार यानी 15 अगस्त को लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय झंडा तिरंगा फहराएंगे। हमारे देश को आजाद हुए 73 साल हो गए हैं। इस साल 15 अगस्त को देश में 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे।
लाल किले से ये उनका लगातार 7वां भाषण होगा। वर्ष 2014 में उन्होंने पहली बार लाल किले से देश को प्रधानमंत्री के रूप में संबोधित किया था। लाल किले पर इस बार कार्यक्रम पहले की तुलना में अलग होगा। इस बार कोविड 19 के मद्देनजर इसका आयोजन किया जाएगा जिसकी वजह से स्वरूप बदला हुआ होगा।
स्वतंत्रता दिवस (Independence Day Shayari) के मौके पर भेजें शायरीः
आप देश इन शायरियों और तस्वीरों के जरिए 15 अगस्त का शुभकामना संदेश भेज सकते हैं।
कुछ तो बात है मेरे देश की मिट्टी में साहेब,
सरहदें कूद के आते हैं यहां दफ़न होने के लिए।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है !!
ना पूछो ज़माने को,
क्या हमारी कहानी हैं
हमारी पहचान तो सिर्फ ये हैं
की हम सिर्फ हिंदुस्तानी हैं।
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं..!!
हल्की सी धूप बरसात के बाद,
थोरी सी खुशी हर बात के बाद,
इसी तरह मुबारक हो आप को,
जशन-ए-आज़ादी 1 दिन के बाद…
रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई…
दिल हमारे एक है एक है हमारी जान…
हिन्दुस्तान हमारा है हम है इसकी शान…
जान लूटा देंगे वतन पे हो जाएँगे क़ुरबान…
इसलिए हम कहते है मेरा देश महान..
दोस्ताना इतना बरक़रार रखो कि
मज़हब बीच में ना आये कभी,
तुम उसे मंदिर तक छोड़ दो,
वो तुम मस्जिद छोड़ आये कभी !!
रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई…
दिल हमारे एक है एक है हमारी जान…
हिन्दुस्तान हमारा है हम है इसकी शान…
जान लूटा देंगे वतन पे हो जाएँगे क़ुरबान…
इसलिए हम कहते है मेरा देश महान..
चलो फिर से आज वह नज़ारा याद कर ले,
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर ले,
जिसमे बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पे
देशभक्तो के खून की वो धारा याद कर ले।
मैं मुस्लिम हूँ, तू हिन्दू है,
है दोनों इंसान,
ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ़ ले कुरान,
इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर
हैं मेरा बस एक ही अरमान,
एक थाली में खाना खाए सारा हिन्दुस्तान।
मज़हब बीच में ना आये कभी,
तुम उसे मंदिर तक छोड़ दो,
वो तुम मस्जिद छोड़ आये कभी !!