लाइव टीवी

Hindu Samrajya Diwas 2020: आज मनाया जा रहा हिंदू साम्राज्य दिवस, जानें छत्रपति शिवाजी से जुड़े दिन का महत्व

Updated Jun 04, 2020 | 10:46 IST

Hindu Samrajya Diwas 2020 Significance: छत्रपति शिवाजी के राज्याभिषेक से जुड़े दिन को हिंदू साम्राज्य दिवस के तौर पर मनाया जाता है। आरएसएस की ओर से इस दिन कई तरह के आयोजन किए जाते हैं।

Loading ...
देश भर में मनाया जा रहा हिंदू साम्राज्य दिवस (फाइल फोटो)
मुख्य बातें
  • छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक से जुड़ा है 4 जून का दिन
  • हिंदू साम्राज्य दिवस और शिवराज्याभिषेक दिवस के तौर पर मनाया जाता है उत्सव
  • आरएसएस करता है कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन

Shivrajyabhishek Diwas 2020: 17 वीं शताब्दी में छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की वर्षगांठ को हिंदू साम्राज्य दिवस या शिवराज्याभिषेक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को ऐतिहासिक तौर पर महान मराठा साम्राज्य के शासक शिवाजी के राज्याभिषेक के उत्सव के तौर पर देखा जाता है जिन्होंने मुगल और अन्य कई साम्राज्यों को चुनौती देते हुए एक हिंदू राज्य अस्तित्व में लाया था। छत्रपति शिवाजी 17 वीं शताब्दी के शासक थे जिन्होंने मराठा साम्राज्य की स्थापना की थी

शिवाजी के राज्याभिषेक की याद में.. शिवाजी का जन्म 1627 ई. में पुणे के शिवनेरी किले में हुआ था और इसका नाम देवी शिवाई के नाम पर रखा गया था। 6 जून, 1674 को ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, छत्रपति शिवाजी को हिंदू साम्राज्य के शासक के रूप में ताज पहनाया गया था। हालांकि, रायगढ़ में लोग हिंदू माह ज्येष्ठ के शुक्ल त्रयोदशी (13वें दिन) को मनाते हैं, जो 4 जून को पड़ता है। मराठा इतिहास से शिवाजी की बहादुरी की कहानियां हैं जो उन्हें एक महान योद्धा के रूप में याद करती हैं।

RSS आयोजित करता है कार्यक्रम: शिवाजी महाराज का महाराष्ट्र के रायगढ़ किले में एक भव्य समारोह में राज्याभिषेक किया गया था जो पांच हज़ार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस दिन को महाराष्ट्र में 'शिव राज्योत्सव' के रूप में भी मनाया जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) इस दिन विभिन्न विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करता है।

ऑनलाइन होंगे कार्यक्रम: इस साल लॉकडाउन के कारण कई आयोजन ऑनलाइन आयोजित किए जाएंगे। इतिहास के अनुसार, शिवाजी महाराज ने किशोर होने पर ही हिंदू स्वराज स्थापित करने की शपथ ली थी। उन्होंने यह भी घोषणा की थी कि उनका निर्णय वास्तव में ईश्वर की इच्छा है और वह सफल होंगे।

यमुना, सिंधु, गंगा, गोदावरी, नर्मदा, कृष्णा और कावेरी सहित सात नदियों के पवित्र जल से शिवाजी का राज्याभिषेक किया गया था। रायगढ़ में लगभग पचास हजार लोगों ने भव्य समारोह में हिस्सा लिया था।