- भगवान श्रीकृष्ण के लिए 25 लाख का झूला
- 7 किलो चांदी और 200 ग्राम सोने से बना झूला
- जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल के झूले का विशेष महत्व
Happy Janmashtami 2022: पूरे देश में 19 अगस्त को भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी मनाई जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कृष्ण भगवान की पूजा-अर्चना से लोगों का जीवन सुखमय रहता है। इस दौरान देश के कोने-कोने में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
जन्माष्टमी के मौके पर देश में जगह-जगह पर दही-हांडी का कार्यक्रम रखा जाता है। जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को झूला झुलाने का विशेष महत्व है। इसी क्रम में गुजरात के वड़ोदरा के एक मंदिर में भगवान कृष्ण के लिए 25 लाख का झूला बनवाया गया।इस झूले की खास बात यह थी कि इसे बनाने में 7 किलो चांदी और 200 ग्राम सोने का इस्तेमाल किया गया। बता दें कि जन्माष्टमी की रात जब 12:00 बजे भगवान कृष्ण का जन्म होता है तो उन्हें पालने में झुलाया जाता है।
भगवान कृष्ण का पालना
गुजरात के वडोदरा स्थित एक मंदिर में भगवान कृष्ण के लिए यह विशेष झूला तैयार किया गया। कारीगर ने इस झूले की कीमत 25 लाख रुपये बताई। इसके साथ ही बताया कि झूले को बनाने में कई दिनों का समय लग गया। वहीं, मंदिर के पंडितों के अनुसार, कान्हा जी के झूले को बनाने के लिए दान की राशि को प्रयोग में लाया गया। मंदिर के पुजारी ने बताया कि भक्त जो भी पैसा दान के रूप में चढ़ाते थे, उन्ही पैसों से कान्हा जी के लिए सोने और चांदी का विशाल झूला बनाया गया।
जन्माष्टमी की रात भगवान कृष्ण जन्म के बाद उन्हें इसी झूले में झुलाया गया। झूले को लेकर श्रद्धालुओं में भी खासा उत्साह नजर आया। बता दें कि गुजरात के अन्य मंदिरों में भी जन्माष्टमी काफी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कई जगह श्रीकृष्ण रासलीला का भी आयोजन किया गया। गुजरात के विश्व प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में जन्माष्टमी की अलग ही धूम देखने को मिली।