नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के प्रतिभा मंडल करीब चार साल पहले केरल में परिवार का पालन पोषण करने के लिए आए थे। उनका कभी कोई बड़ा सपना नहीं था। कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले मजदूर ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह एक दिन करोड़पति बन जाएगा। लेकिन हाल ही में जब करुणा प्लस लॉटरी के परिणाम घोषित किए गए तो उससे मंडल को काफी हैरान था और वह डर भी गया। उनकी टिकट PC 359410 ने ड्रॉ में 80 लाख रुपए का पहला पुरस्कार जीता।
इसके बाद तिरुवनंतपुरम में काम कर रहा मंडल डर गया और पुलिस के पास गया और वहां जाकर सुरक्षा की मांग की। यहां पुलिस ने उसे आश्वस्त किया और विजेता टिकट को बैंक में जमा करने के लिए मदद की पेशकश की। पुलिस द्वारा सूचित किए जाने के बाद केनरा बैंक के अधिकारी स्टेशन पर पहुंचे और टिकट को लॉकर में रखने के लिए सहमत हुए।
केरल में मंडल जैसे अधिकांश श्रमिकों के पास बैंक खाते या पैन कार्ड नहीं हैं। पुलिस ने उसे बैंक खाता खोलने के लिए कहा। मंडल ने बाद में स्थानीय मीडिया को बताया कि वह मौज-मस्ती के लिए कभी-कभी लॉटरी टिकट लेता था और जब एजेंट ने उसे खुशखबरी सुनाई तो उसे सुखद आश्चर्य हुआ।
जब उससे उनकी भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा गया तो 44 साल के मजदूर ने कहा कि वह एक नया घर बनाना चाहते हैं और अपने इकलौते बेटे की देखभाल करना चाहते हैं। उसकी पत्नी ने 3 साल पहले उसे छोड़ दिया था। मंडल ने कहा कि वह जीवन को सामान्य रूप से आगे बढ़ाएंगा और अभी यह तय नहीं किया कि केरल में काम करना जारी रखना है या अपने घर गांव वापस जाना है।