- PNR का फुल फॉर्म होता है पैसेंजर नाम रिकॉर्ड
- 10 अंकों का होता है PNR नंबर
- PNR नंबर के जरिए यात्री और यात्रा के बारे में सारी जानकारी मिलती है
Full Form Of PNR And Meaning: भारतीय राष्ट्रव्यापी रेल नेटवर्क, दुनिया में चौथा सबसे लंबा, राज्य के स्वामित्व वाली भारतीय रेलवे से संचालित है और इसमें 65,000 किमी से अधिक की परिचालन मार्ग लंबाई शामिल है। देश की आधी आबादी रोजना ट्रेन से सफर करती है। लेकिन, ट्रेन में सफर करने से पहले हम टिकट खरीदते हैं। टिकट पर वैसे तो कई तरह की जानकारियां होती हैं, लेकिन सबसे ज्यादा जिस बात की चर्चा होती है वो है PNR नंबर। इस नंबर से आपको कई तरह की जानकारियां एक साथ मिल जाती है। लेकिन, आपने कभी सोचा है इसका मतलब और फुल फॉर्म क्या है? तो आइए, आज हम आपको PNR के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं...
PNR नंबर एक डेटाबेस है, जिसमें यात्रा और यात्री की जानकारी होती है। इसका फुलफॉर्म होता है पैसेंजर नाम रिकॉर्ड। PNR नंबर के जरिए आप यात्री के बारे में सबकुछ जानकारी हासिल कर सकते हैं। यह 10 अंकों का होता है। दरअसल, आप जब भी रिजर्वेशन कराते हैं, तो आपको अपनी पूरी जानकारी भरनी होती है। लिहाजा, पीएनआर नंबर के जरिए ही आप सबकुछ चेक करते हैं। कब की ट्रेन है, कौन सी ट्रेन है, कौन सी सीट है आदि। शुरुआती तीन अंक ये बताती है कि किस पीआरएस के तहत टिकट बुक हुआ है। शुरुआती 2 और 3 का कोड NR, NCR, NWR, NIR के लिए होता है, जो नई दिल्ली पीआरएस के बारे में बताता है। वहीं, 4 और 5 SR, SWR और SCR के लिए होता है, जो चेन्नई पीआरएस के बारे में बताता है। जबकि, 6 और 7 कोड NFR, ECR, ER, ECOR, SER,SECR के लिए होता है। यह कोलकात्ता पीआरएस के बारे में जानकारी देता है। वहीं, 8 और 9 संख्या सीआर, डब्ल्यूसीआर और डब्ल्यूआर के लिए होता है, जो मुंबई पीआरएस के बारे में जानकारी देता है।
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PNR के जरिए ही आप इस तरह की जानकारियां हासिल कर सकते हैं...
1. यात्रा कर रहे यात्रियों की जानकारी
2. यात्रा कहां से शुरू किया जा रहा है
3. यात्रा कहां तक किया जा रहा है
4. यात्रा शुल्क कितना लिया जा रहा है
5. यात्रा की टिकट कन्फर्म हुई या नहीं