- मध्य प्रदेश के इस शहर में दशमी के पहले ही हो गया रावण दहन
- विदिशा में शॉर्ट सर्किट के कारण रावण के पुतले में लगी आग
- शॉर्ट सर्किट के कारण पटाखों के फटने से हुआ ये हादसा
- हादसे में कोई भी घायल नहीं हुआ, लोगों ने नगरनिगम पर लगाए आरोप
विदिशा : दुर्जा पूजा में दशहरे के दिन रावण दहन की परंपरा है। पूरे देश में में इस दिन रावण के पुतले को जलाया जाता है और बुराई पर अच्छाई की विजय पाई जाती है। विजयादशमी के दिन माना जाता है कि भगवान राम ने रावण को मारा था और इस तरह बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी। इसी दिन हर साल रावण के पुतले को बना कर उसे जलाया जाता है।
मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में दशमी नहीं बल्कि नवमी के दिन ही रावण का पुतला जल गया। हैरान होने की बात नहीं है क्योंकि इस दिन पारंपरिक तरीके से रावण दहन नहीं किया गया बल्कि बिजली के तार के शॉर्ट हो जाने से ये एक दिन पहले ही जल गया। इसकी तस्वीरें सामने आई है जिसकी सोशल मीडिया पर लोग खूब मजाक बना रहे हैं।
दरअसल बस स्टैंड के पास स्थापित किए गए रावण के पुतले में पटाखे की वजह से आग लग जाने के कारण ये हादसा हो गया। यह हादसा सोमवार को विदिशा जिले के सिरोंज एरिया में एक बस स्टैंड के पास हुआ। उस दौरान समिति के लोग रावण के पुतले को तय स्थान पर स्थापित करने की कोशिश कर रहे थे उसी दौरान पटाखे में लगी आग की आंच वहां के बिजली के तारों में पकड़ ली।
33 फीट उंचे रावण के पुतले का सिर के उपर से 132 केवी पावर लाइन गुजर रही थी। बिजली के तार शॉर्ट होते ही पुतले में लगे पटाखे तेजी से फट गए और पुतला दहन हो गया। पटाखे के फटते ही इतनी जोर की धमाके की आवाजें आईं कि लोग सहम गए। स्थानीय लोगों के मुताबिक ये हादसा नगरपालिका की लचर व्यवस्था के कारण हुआ।
अधिकारियों को इस तरह के हादसों से बचने के लिए दशहरा के पहले बिजली के तारों सहित हर प्रकार की बंदोबस्त की पूरी जांच कर लेनी चाहिए। जानकारी के मुताबिक इसमें अब तक किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है। बता दें कि दशहरा नवरात्रि के अंतिम दिन बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है।