चेन्नई : कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन की घोषणा की गई है, जिसकी तारीख बढ़ाकर 3 मई तक कर दी गई है। लोगों को तरह-तरह से जागरूक किया जा रहा है तो पुलिस भी इसे लेकर सख्ती बरत रही है कि लोग लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन न करें, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रहे और कोरोना संक्रमण के खतरे को कम किया जा सके। इस बीच तमिलनाडु में पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को सबक सिखाने के लिए अनूठा तरीका अपनाया।
पुलिस ने अपनाया ये नायाब तरीका
लॉकडाउन तोड़ने वालों को सबक सिखाने के लिए पुलिस ने ऐसे लोगों को एक ऐसे एंबुलेंस में बंद कर दिया, जिसमें पहले से ही कोरोना वायरस का एक 'मरीज' था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें नजर आ रहा है कि बाइक पर एक साथ जा रहे तीन लोगों को पुलिस ने रोका, जिन्होंने मास्क भी नहीं पहने थे। इसके बाद एक-एक कर उन्होंने तीनों को उस एंबुलेंस में डालना शुरू कर दिया, जिसमें पहले से ही कोविड-19 का एक मरीज था। हालांकि वह मरीज असली नहीं था, बल्कि बस लोगों को डराने के लिए पुलिस ने यह तरीका अपनाया था।
वायरल हुआ वीडियो
मास्क पहने बगैर ही घर से बाहर निकलने वालों और लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने वालों को सबक सिखाने के लिए पुलिस ने यह नायाब तरीका अपनाया। वीडियो में नजर आ रहा है कि जब युवाओं को एंबुलेंस में डाला जा रहा है तो वे बुरी तरह डरते हैं और एंबुलेंस में मौजूद कथित मरीज के संपर्क में आने से बचने की हरसंभव कोशिश करते हैं। कोई एंबुलेंस की खिड़की से निकलने की कोशिश करता है तो कोई दरवाजे से, लेकिन पुलिस फिर से उन्हें एंबुलेंस में डाल देती है। बाद में युवकों के चेहरे पर मास्क नजर आते हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
सबक सिखाना है मकसद
दरअसल, लॉकडाउन की घोषणा के बावजूद देशभर में बहुत से ऐसे लोग हैं, जो इसका पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए ही तमिलनाडु पुलिस ने यह अनूठा तरीका अपनाया, जिसमें एंबुलेंस के भीतर मौजूद फर्जी मरीज को देखते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। यूं तो पुलिस सड़कों पर निकलने वालों से पहले कारण पूछती है और अगर यह बहुत जरूरी नहीं होता और वे बिना वजह ही सड़कों पर घूमते पाए जाते हैं तो उनके साथ सख्ती की जाती है। इस वीडियो में जिन लोगों को लॉकडाउन तोड़ने वालों के तौर पर दिखाया गया है, वे भी पुलिस की इस मुहिम का हिस्सा थे। पुलिस ने यह वीडियो लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग की अहमियत समझाने और कोरोना वायरस संक्रमण के खतरों को लेकर आगाह करने के मकसद से शूट किया।