- पर्यटन के लिए महशहूर थाईलैंड की सड़कों पर बंदरों का आक्रामक अंदाज देखा जा रहा है
- वे भोजन के लिए जहां आपस में लड़ाई कर रहे हैं, वहीं राहगीरों पर भी झपट्टा मारते हैं
- स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने इस तरह की स्थिति पहले कभी नहीं देखी
बैंकॉक : थाईलैंड पर्यटन के लिए मशहूर रहा है, लेकिन बीते करीब 6 माह से कोरोना संकट के कारण न केवल विदेशी पर्यटकों की आमद यहां रुक गई है, बल्कि स्थानीय लोग भी सड़कों पर कम ही दिखाई देते हैं। ऐसे में सड़कों पर बंदरों का बोलबाला है, जो जमकर उत्पात मचा रहे हैं। यहां लॉपबुरी शहर में शायद ही कोई जगह बची हो, जहां बंदर न दिख रहे हों।
पर्यटकों की आमद घटने से बढ़ी मुश्किल
स्थानीय लोगों ने बंदरों के कुछ वीडियो भी शूट किए हैं, जिसमें वे शहर में उत्पात मचाते देखे जा रहे हैं। दअरसल, यहां आने वाले पर्यटकों से उन्हें अक्सर केले या खानेपीने की ऐसी अन्य चीजें मिलती रहती थीं, लेकिन अब यह सब बंद हो गया है। कोरोना संक्रमण के कारण दुनिया के कई देशों में जहां लॉकडाउन लागू है, वहीं इस घातक संक्रमण के डर से स्थानीय लोग भी घरों से बाहर कम ही निकल रहे हैं।
थाईलैंड के लॉपबुरी शहर का यह यह वीडियो मार्च का बताया जा रहा है, जिसमें उन्हें एक केले के लिए लड़ते देखा जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, बंदरों को पिछले कुछ दिनों से भोजन मिलना बंद सा हो गया है, जिससे उनमें खीझ बढ़ रही है और वे आक्रामक हो रहे हैं।
'पहले कभी नहीं देखी ये स्थिति'
स्थानीय लोगों ने बंदरों के जो कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं, उनमें वे उछलकूद करते और एक-दूसरे से लड़ते झगड़ते भी देखे जा रहे हैं। कभी-कभी अगर उन्हें सड़कों पर लोग दिख भी जाते हैं तो उनके हाथों से खाने-पीने का सामान या अन्य चीजों को झपटने का प्रयास करते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बंदरों के कारण यह स्थिति उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। वे बंदर से अधिक जंगली कुत्तों की तरह व्यवहार कर रहे हैं। बंदरों के बढ़ते खतरे को देखते हए यहां वन्यजीव विभाग विभाग उनकी नसबंदी करने की योजना पर भी काम कर रहा है।