- जयपुर का 'तिरंगा मैन' बना चर्चा का विषय
- 'तिरंगा मैन' को देखकर आ जाते हैं देशभक्ति के भाव
- पिछले 25 सालों से 'तिरंगा मैन' के नाम से मशहूर
Happy Independence Day 2022: राजस्थान की राजधानी जयपुर की फिजाओं में अमृत घोलता आजाद नगर का एक ऐसा शख्स है, जो पिछले 25 सालों से 'तिरंगा मैन' के नाम से जाना जाता है। उसे जो देखता है बरबस ही ठिठक जाता है। उसे देखकर देशभक्ति का भाव दिल में उमड़ने लगते हैं। उसका तन-मन तिरंगा है, उसकी पहचान तिरंगा है, उसका लिबास तिरंगा है।
जयपुर के 'तिरंगा मैन'
तीन रंग से सजा तिरंगा स्कूटर लेकर जब यह शख्स जयपुर की सड़कों पर सफर करता है तो, मानों जयपुर की निगाहें उसी को देखने लगती हैं। जयपुर की आबो हवा उसे सलाम करने के लिए बेताब हो जाती हैं। आता जाता हर शख्स राष्ट्रभक्ति से सराबोर हो उठता है। उसे घेरकर सेल्फी खिचवाने की होड़ मच जाती है। ऐसा नहीं है कि ये इस साल आजादी के अमृत महोत्सव की बात है, बल्कि ये शख्स पिछले 25 सालों से इसी तरह स्कूटर पर सवार होकर जयपुर का सफर करता है।
तिरंगा कैप लगाए इस शख्स का नाम है मोहम्मद शहीद कुरैशी। तिरंगे की आन-बान और शान पर कुरैशी इस कदर फिदा हैं कि अपने नाम के साथ इन्होंने 'कुरैशी' हटाकर 'तिरंगा' जोड़ लिया है। इसके बाद लोग इन्हें 'शहीद तिरंगा' के नाम से जानने लगे हैं। शहीद ने 25 साल पहले यह सपना देखा था कि हर घर पर तिरंगा हो। हर दुकान, हर मकान और जहां तक उनकी नजर जाए बस तिरंगा ही नजर आए। इससे पहले तिरंगा लहराने के नियमों के चलते उनका यह सपना पूरा नहीं हो पा रहा था, लेकिन पीएम मोदी की घर-घर तिरंगा कवायद ने आज उनका सपना पूरा कर दिया है।
तिरंगा रंग में रंगवाई स्कूटर
शहीद ने 25 साल पहले अपने स्कूटर को तिरंगे के रंग में रंगवाया है। वहीं वह अपने माथे पर हर समय तिरंगा कैप पहनते हैं। लोग का कहना है कि पिछले 25 सालों में शहीद को बिना तिरंगा कैप के किसी ने नहीं देखा है। कोई भी राष्ट्रीय पर्व या फिर देशभक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रम होता है। तिरंगा मैन हर जगह पहली पंक्ति में पहुंच जाता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर देश के बड़े नामचीन नेता तक शहीद की स्कूटर पर बैठकर फक्र महसूस किया है। जयपुर घूमने आने वाले पर्यटक और स्थानीय निवासी तिरंगा मैन की दीवानगी के बेइंतहां दीवाने हैं। हर कोई तिरंगा मैन को अपना प्रेरणा स्त्रोत मानने लगा है।
जयपुर के स्थानीय निवासी गुंजन शर्मा का कहना है कि तिरंगा मैन ने 25 साल पहले जो सपना देखा था, वह न सिर्फ जयपुर में बल्कि पूरे देश में साकार हो रहा है। शहीद तिरंगा की 25 सालों की तपस्या जयपुर की सड़कों पर आज भी यथावत जारी है। वह अब प्रेरणा बन रहे हैं, उन सबके लिए जिनकी नजरें 'तिरंगा मैन' के तिरंगा स्कूटर को देखते हुए थकती नहीं हैं।'