- मेरठ में एक शख्स ने डॉग की मौत के बाद उसकी शवयात्रा निकाली
- कुतिया की मौत पर तेरहवीं और प्रेयर मीट का आयोजन भी किया गया
- यह घटना इंसान और जानवर के बीच अटूट प्रेम की कहानी कहती है
मेरठ : इंसानों के साथ जानवरों का लगाव हमेशा से रहा है। इनमें इंसान और कुत्ते की दोस्ती हम अरसे से सुनते आ रहे हैं। बहुत से लोग कुत्ता सहित अन्य जानवरों को पालते भी हैं और उनकी देखभाल परिवार के सदस्य की तरह ही करते हैं। लेकिन स्ट्रीट डॉग से किसी को इतना प्यार हो कि उसकी मौत पर वह रो पड़े और उसकी शवयात्रा पूरे सम्मान के साथ निकाले तथा तेरहवीं भी करे, ऐसा कम ही सुनने को मिलता है।
उत्तर प्रदेश के मेरठ से ऐसी ही घटना सामने आई है, जिसमें एक शख्स ने कुतिया की मौत पर उसकी शवयात्रा पूरे सम्मान व बैंड बाजे के साथ निकाली और बाद में उसकी आत्मा की शांति के लिए तेरहवीं का भोज भी किया, जिसमें कई लोग शामिल हुए। मेरठ की यह घटना एक बार फिर इंसान और जानवर के बीच उसी अटूट प्रेम को दर्शाती है, जिसके बारे में हम पुरानी कहावतों व कहानियों में भी सुनते रहे हैं।
घर में लगाई तस्वीर
दरअसल, देसी ब्रीड की यह डॉग करीब 6 साल पहले एक सीवर में मिली थी, जहां से एक शख्स ने उसे बचाया था। इसके बाद वह उसे अपने घर ले आए और उसे पुष्पा नाम दिया। मेरठ के बाडम गांव में इस कुतिया की मौत 12 अक्टूबर को हो गई थी, जिसके बाद घर के सदस्यों ने हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार, उसकी अंत्येष्टि की और बाद में तेरहवीं के भोज का आयोजन भी किया।
कुत्ते की तेरहवीं के लिए उसने बकायदा कार्ड भी छपवाया, जिसमें मृतक की जगह 'पुष्पा' (कुतिया) लिखा गया। पुष्पा की आत्मा की शांति के लिए 'प्रेयर मीट' भी हुई, जिसमें लोगों ने उसके लिए प्रार्थना की। 'पुष्पा' की मौत के बाद शख्स ने अपने घर में उसकी फोटो फ्रेम करा कर भी लगाई है। जानवरों के प्रति आए दिन होने वाले दुर्व्यवहार के बीच यह घटना एक मिसाल कायम करती है।