- पुलिस ने लापता महिला को 14 साल परिवार से मिलाया
- महिला साल 2006 में परिवार छोड़कर लापता हो गई थीं
- बुजुर्ग महिला की मानसिक हालत ठीक नहीं है
नई दिल्ली: वक्त क्या करवट लेगा किसी को नहीं पता? कब नियति किसको अपने बिछड़े हुए से मिलवा दे? इस संबंध में कुछ भी निश्चित नहीं। ऐसा ही एक वाकया उत्तर प्रदेश में देखने को मिला जब एक 70 वर्षीय लापता महिला 14 साल बाद अपने बिछड़े परिवार से मिलने में कामयाब रही। प्रयागराज से लापता हुई बुजुर्ग महिला कानपुर के सचेंडी थाना क्षेत्र में मिलीं। बुजुर्ग महिला सीता देवी की परिवार से मिलने की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है, जिसे जानकर शायद ही कोई अपने आंखें नाम से रोक पाए। महिला का नाम है। लॉकडान के दौरान सीता देवी को परिवार से मिलवाने में एक व्हाट्सएप मैसेज ने अहम भूमिका निभाई।
साल 2006 में लापता हुई महिला
प्रयागराज जिले के घूरपुर क्षेत्र के चम्पतपुर गांव की रहने वाली सीता देवी साल 2006 में अपने पति की मृत्यु के बाद घर से लापता हो गईं थी। उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी। उनके परिवार ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी दर्ज कराई और खूब खोजबीन की। हालांकि, परिवार को उनका कुछ पता नहीं चला। उनके तीन बेटों संजीव कुमार सिंह, रोशन सिंह और उदय सिंह ने आखिरकार कुछ वर्षों तक खोज करने के बाद सारी उम्मीदें छोड़ दीं। लेकिन बुजुर्ग महिला की तबीयत नासाज होने उनके लिए वरदान बन गया, जिसके बाद वह पुलिस की मदद के जरिए अपने परिवार तक पहुंचने में सफल हो गईं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सचेंडी थाना क्षेत्र में पिछले करीब एक सप्ताह से सीता देवी आसपास भटक रही थीं। स्थानीय लोग कुछ खाने को दे देते थे। शुक्रवार की शाम को हालत बिगड़ने पर वह अचेत हो गईं तो लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सचेंडी पुलिस को लोगों ने बताया कि पूछने पर वह धूरपुर जगह का नाम ले रही थी। इस आधार पर सचेंडी थानाध्यक्ष पुलिस ने आसपास जिलों में धूरपुर की तलाश की तो प्रयागराज में होने की जानकारी मिली।
इस तरह परिवार तक पहुंची पुलिस
इसके बाद थानाध्यक्ष ने बुजुर्ग महिला की फोटो खींचकर व्हाट्सएप पर प्रयागराज पुलिस को भेजी। वहां की पुलिस ने धूरपुर में लापता महिला के परिजनों का पता लगाया। पुलिस ने परिजनों को बुजुर्ग महिला की तस्वीर दिखाई तो बेटों ने अपनी मां को पहचान लिया। पुलिस ने उदय की बात सचेंडी थानाध्यक्ष से कराई। थानाध्यक्ष ने बेटों को मां के साथ की सभी फोटो लेकर आने को कहा। रविवार सुबह तीनों बेटे थाने पहुंचे और पुलिस को मां की सभी फोटो दिखाई। पुलिस ने बुजुर्ग महिला और उनके बेटों की मुलाकात कराई, जिसके बाद सभी की आंखे भर आईं।