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पटना वाले 'खान सर' की पहचान पर क्यों खड़ा हुआ है विवाद, नाम पर भी सस्पेंस, यहां विस्तार से समझिए 

Updated May 26, 2021 | 13:45 IST

फ्रांस के राजदूत को वापस भेजे जाने की मांग को लेकर कई जगहों पर भारी विरोध हुए। खान सर ने प्रदर्शन में शामिल दो बच्चों की तरफ इशारा करता हुए अपने वीडियो में जो बयान दिया, उसको लेकर विवाद की शुरुआत हो गई।

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तस्वीर साभार:&nbspFacebook
पटना वाले 'खान सर' की पहचान पर क्यों खड़ा हुआ है विवाद।

नई दिल्ली : समसामयिक मुद्दों को रोचक एवं देसी अंदाज में अपने वीडियो से समझाने वाले पटना के 'खान सर' आज कल सुर्खियों एवं विवादों में हैं। 'खान सर' प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अलग-अलग विषयों पर अपना वीडियो बनाते हैं और पटना में 'Khan GS Research Centre'नाम से अपनी संस्था चलाते हैं। रोचक, आसान एवं देसी अंदाज में होने के चलते छात्र एवं लोग इनके वीडियो को देखना काफी पसंद करते हैं। यूट्यूब पर उनका एक चैनल है जिस पर उनके करीब 9 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। गत अप्रैल में उन्होंने पाकिस्तान में फ्रांस के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन से जुड़ा एक वीडियो पोस्ट किया था। दरअसल, फ्रांस के राजदूत को देश से निष्कासित करने के लिए पाकिस्तान के कई शहरों में हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों में कई पुलिसकर्मियों की जान चली गई। 

''खान सर'' की पहचान पर है सस्पेंस
फ्रांस के राजदूत को वापस भेजे जाने की मांग को लेकर कई जगहों पर भारी विरोध हुए। 'खान सर' ने प्रदर्शन में शामिल दो बच्चों की तरफ इशारा करता हुए अपने वीडियो में जो बयान दिया, उसको लेकर विवाद की शुरुआत हो गई। उनके इस बयान को एक संप्रदाय विशेष के खिलाफ माना गया। 'खान सर' के इस वीडियो के बाद कुछ लोग उनकी पहचान पर सवाल उठाने लगे। सोशल मीडिया पर उनके धर्म को लेकर बहस शुरू हो गई। कुछ लोग उन्हें हिंदू तो कुछ मुसलमान बताते नजर आए। दरअसल, 'खान सर' के रूप में मशहूर इस शख्स की असली पहचान क्या है, इस पर सस्पेंस है। इसकी एक सबसे बड़ी वजह यह है कि उन्होंने खुद के बारे में रहस्य बनाकर छोड़ा है। उन्होंने अपना असली नाम जाहिर नहीं किया है। उनके बारे में जो जानकारी उपलब्ध है वह भी उनकी वास्तविक पहचान के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं देती। 

24 अप्रैल का वीडियो जिस पर शुरू हुआ विवाद 
पाकिस्तान में फ्रांस के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन के बारे में बताते हुए 'खान सर' कहते हैं, 'ये लोग रैली पर रैली करते जा रहे हैं। ई बेचारा बचवा है। इसको क्या पता है कि राजदूत क्या चीज होता है। इन दोनों बचवा को कुछ पता नहीं। तुम लोग पढ़ लो, अब्बा के कहने पर मत आओ। अब्बा तो पंचर साटिए रहे हैं। अइसा अगर तुम लोग भी करेगा तो बड़ा होकर तुम लोग भी पंचर साटेगा। तो पंचर मत साटो वरना तुमको तो पता ही है कि कुछ नहीं होगा तो चौराहा पर बैठकर मीट काटेगा तुम। बकलोल कहीं के। बताइए, ये उमर है बच्चों को यहां पर लाने का?'  

कुछ लोगों ने उनके बयान को  'इस्लामोफोबिया' से जोड़ा
उनका यह वीडियो देखते ही देखते ट्विटर पर वायरल होने लगा और कुछ ही समय में #Reportonkhansir ट्रेंड करने लगा। कुछ लोगों ने उनके इस बयान को 'इस्लामोफोबिया' जोड़ा। सोशल मीडिया पर 'खान सर' के इस वीडियो को लेकर लोग दो समूहों में बंट गए। कुछ लोगों ने उनका पुराना वीडियो निकालकर उन्हें 'संघी' होने का दावा किया। 

पहचान बताने के लिए वीडियो लेकर आए
कुछ लोग जीएस वाले इस 'खान सर' का एक वीडियो लेकर आए। इस वीडियो क्लिप में 'खान सर' को यह कहते सुना जा सकता है कि कुछ लोग उन्हें अमित सिंह के नाम से बुलाते हैं। सोशल मीडिया पर उनकी पहचान के बारे में कुछ और बातें सामने आई। कुछ लोगों ने उनका गोरखपुर और इलाहाबाद से कनेक्शन ढूंढ निकाला। कुछ लोगों ने दावा किया है कि उनका नाम फैजल खान है। खास बात यह है कि इस मामले में हर घड़ी एक नया मोड़ आ रहा है। अपनी वास्तविक पहचान को लेकर 'खान सर' ने अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है। सभी उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं।