- गुप्त रोग के इलाज के नाम पर होती है जालसाजी
- कई लोगों को होता है पैसे का भारी नुकसान
- गुप्त रोग का इलाज कराने से पहले हो जाएं सावधान
World Sexual Health Day: आपने अक्सर सड़कों के किनारे, रेलवे क्रासिंग के पास, चौराहों पर, मेट्रो पिलर आदि के आस-पास गुप्त रोग का इलाज करने वाले बोर्ड देखे होंगे। इन इश्तिहारों के शब्द कई लोगों को अपनी जरूरत के लग सकते हैं। हालांकि, उन पर यकीन करना शारीरिक और आर्थिक रूप से हानिकारक हो सकता है। उन इश्तिहारों पर दिए नंबरों पर कॉल करने पर लोगों को ऐसी तसल्ली दी जाती है कि उन्हें लगता है कि अब उनका इलाज हो जाएगा।
फ्रॉड की संभावना
कहने के लिए तो वो गुप्त रोग विशेषज्ञ होते हैं, लेकिन ज्यादातर झोलाछाप होते हैं। तमाम ऐसी खबरें सामने आती रहती हैं, जिनमें गुप्त रोग का इलाज के नाम पर किसी से हजारों-लाखों रुपये ठग लिए गए। इसलिए अगर आप इन इश्तिहारों को देखकर वहां जाने की सोच रहे हैं तो आपको पहले सावधान होने की जरूरत है। पिछले दिनों एक युवक ने इन्हीं इश्तिहारों में से एक नंबर निकालकर उस पर फोन किया था। इसके बाद उसके साथ लाखों रुपये का फ्रॉड हो गया था।
हो सकता है आर्थिक नुकसान
युवक किसी गुप्त बीमारी से परेशान था। इसके बाद उसने कहीं गुप्त रोग का इश्तिहार देखा। उसने दवा के लिए इश्तिहार मेें दिए नंबर पर फोन किया। इस फोन पर युवक से सारी जानकारी पूछी गई। फोन रिसीव करने वाले ने युवक से कहा कि वह उसकी बीमारी का पूरी तरह से इलाज कर देगा और इससे उसे 100 फीसदी फायदा होगा। इसके बदले में युवक से थोड़े-थोड़े करके लाखों रुपये मांग लिए गए और नकली दवाइयां दी गईं। इससे युवक को कोई फायदा तो हुआ नहीं, बल्कि आर्थिक नुकसान जरूर झेलना पड़ गया।
नकली दवाइयों से शारीरिक नुकसान भी संभव
बता दें कि गुप्त रोग का इलाज करने की बात कहने वाले ज्यादातर डॉक्टर झोलाछाप होते हैं। लोग उनके पास पहुंच तो जाते हैं, लेकिन अगर वह किसी तरह का फ्रॉड करते हैं तो शर्म के मारे किसी से बता नहीं पाते हैं। झोलाछाप डॉक्टर्स नकली दवाइयां दे देते हैं। इससे आपको शारीरिक नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। इसलिए कभी भी ऐसे इश्तिहारों पर भरोसा करने से पहले 100 बार जरूर सोच लें।