नई दिल्ली: कोरोना काल में आप लोग जब भी किसी को फोन करते थे तो एक आवाज सुनते थे, 'नमस्कार, इस समय पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है।' ये महिला बताती थी कि कोरोना से कैसे लड़ना है, वो कहती थी, 'याद रहे हमें बीमारी से लड़ना है, बीमार से नहीं और कुछ बातों का ध्यान रखना है।' लोग इसे कोरोना कॉलर ट्यून कहते थे। क्या आप जानते हैं कि वो आवाज किसी है। ये आवाज है जसलीन भल्ला की, जो कि दिल्ली से हैं और वॉयस ओवर आर्टिस्ट हैं। जसलीन ने पिछले कुछ सालों में कई ब्रांडों के लिए वॉयस ओवर किया है। उन्हें कोविद -19 निर्देशों के लिए एक आवाज परीक्षण करने के लिए संपर्क किया गया था, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि यह उनकी आवाज में समानता लाएगा।
फोन पर कोविड-19 के लिए निर्देश देने के लिए उनसे संपर्क किया गया था। हालांकि जब उन्होंने इसके लिए वॉयस ओवर किया तो उन्हें अंदाजा नहीं था कि उनकी आवाज इस तरह वायरल हो जाएगी और उसे खूब पसंद किया जाएगा। टाइम्स नाउ से खास बातचीत करते हुए जसलीन ने अपना अनुभव बताया है। उन्होंने बताया है कि इसके वायरल होने के बाद उन्हें किस तरह के रिएक्शंस मिले। इस पर उनके परिवार के लोगों की प्रतिक्रिया क्या रही।
जसलीन ने कहा, 'मुझे अंदाजा नहीं था कि यह बात इतनी वायरल होने वाली है और इतने सारे लोग इस पर प्रतिक्रिया देने वाले हैं। यह मेरी कल्पना से परे है। इस तरह की प्रतिक्रिया या पहचान हासिल करना एक वॉयस ओवर कलाकार के लिए यह बहुत सामान्य अनुभव नहीं है।' भल्ला ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण पहचान हासिल करना 'थोड़ा अजीब' है।