- पाथ-वे बनने से पंचकोसी यात्रा करने वालों को होगी सहूलियत
- इसके बनने के बाद आदिकेशव घाट पहुंचना श्रद्धालुओं के लिए होगा आसान
- अभी राजघाट वसंत कॉलेज से घूमकर जाना पड़ता है
Varanasi Khidkiya Ghat Pathway: बाबा विश्वनाथ की धरती वाराणसी बहुत जल्द और खूबसूरत दिखेगी। यहां के कई घाटों के सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो चुका है। वहीं, अब खिड़किया घाट का विस्तार और सौंदर्यीकरण होना है। इसके अलावा खिड़किया घाट (नमो घाट) - आदिकेशव घाट तक पाथ-वे बनवाया जाएगा। इस पाथ-वे की लंबाई 1.375 किलोमीटर होगी। पाथ-वे से सटे आधा दर्जन गजीबो यानी पत्थर से बना गोल छाता आकार के छांव देने वाले चारों दिशा में खुले स्थल भी बनाए जाएंगे, जहां से पर्यटक एवं श्रद्धालु गंगा को देख सकेंगे।
पाथ-वे बनने के बाद पंचकोसी यात्रा करने वालों को सहूलियत होगी। अब आदिकेश घाट पहुंचना उनके लिए आसान होगा। इससे पहले वसंत कॉलेज से घूमकर जाना होता था। स्मार्ट सिटी के तहत लगभग 34 करोड़ रुपए से कार्य कराया जा रहा है।
आदिकेशव बनेगा पक्का घाट
अब आदिकेशव को भी पक्का घाट बनाया जाएगा। इस रास्ते में गंगा में जेटी पर तैरने वाला स्नानघर, चेंजिंग रूम बनाया जाना है। नमो घाट से आदिकेशव घाट के बीच बनने वाले पाथ-वे के किनारे पौधे भी लगाए जाएंगे।
पाथ-वे पर हर 200 मीटर पर एक गजीबो बनेगा
इस बारे में कमिश्नर दीपक अग्रवाल का कहना है कि, पाथ-वे पर बनने वाले गजीबो बेहद आकर्षक होंगे। यह पर्यटकों को लुभाएंगे। पाथ-वे पर हर 200 मीटर पर एक गजीबो बनवाया जाएगा। कार्यकारी एजेंसी को दिसंबर तक निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए कहा गया है। पाथ-वे पर रंगी-बिरंगी लाइटें लगवाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त आकर्षिक कलाकृतियां बनाई जाएंगी।
डेढ़ साल में रोप-वे भी बन जाएगा
वाराणसी में रोप-वे भी बनवाया जा रहा है। इसके निर्माण का उद्देश्य शहर में ट्रैफिक समस्या का समाधान किया जाना है। दिसंबर 2023 तक रोप-वे का निर्माण पूरा हो जाएगा। कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक रोप-वे बनवाया जाएगा। कुल दूरी 3.8 किलोमीटर रहेगी। इन बीच कैंट स्टेशन, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरिजाघर और गोदौलिया स्टेशन होगा।