- मैदागिन चौराहे पर बनाया जाएगा स्क्वायर
- पहले गुरुधाम चौराहे पर बनवाने का लिया गया था निर्णय
- गोदौलिया चौराहे पर नंदी की प्रतिमा स्थापित रहने के कारण त्रिशूल एवं डमरू लगवाया जा रहा
Varanasi Nagar Nigam: बुर्ज खलीफा, वाशिंगटन स्क्वयर और न्यूयॉर्क स्क्वायर की तर्ज पर वाराणसी में काशी स्क्वायर बनेगा। इसका निर्माण नगर निगम के स्तर पर कराया जाना है। नगर निगम ने स्क्वायर के निर्माण को लेकर स्थल का चयन भी कर लिया है। नगर निगम के अधिकारी के मुताबिक, स्क्वायर काशी में मैदागिन चौराहे पर बनवाया जाएगा। इस चौराहे पर भगवान भोले शंकर का डमरू एवं त्रिशूल का लगभग 20 फीट ऊंचा आकार बनवाया जाना है, जिससे बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए आने वाले लोगों के लिए यह आकर्षण का केंद्र बने।
दरअसल, वाराणसी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान दिलाने के लिए सरकार के स्तर पर तमाम प्रयास चल रहे हैं। हाल में काशी दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को काशी की भव्यता के लिए काम करने का निर्देश जारी किया था। इसके बाद वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने दशाध्वमेध प्जाजा की बाहरी दीवार की डिजाइन में बदलाव का निर्णय लिया।
बढ़ेगी काशी की चमक
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद तमाम विभाग काशी की भव्यता बढ़ाने में लगे हैं। मैदागिन चौराहे पर प्रस्तावित त्रिशूल एवं डमरू की प्रतिमा से काशी की चमक और बढ़ जाएगी। यहां अलग-अलग तरह के सतरंगी लेजर लाइट एवं दीवारों पर काशी से संबंधित भिति चित्रों को उकेरा जाना है। इस बारे में नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने कहा कि, इस जगह की जहां रमणीयता बढ़ेगी, वहीं वैश्चिक स्तर पर काशी की सुंदरता और बढ़ेगी।
स्क्वायर निर्माण के लिए सबसे उपयुक्त जगह है मैदागिन चौराहा
नगर आयुक्त प्रणय सिंह का कहना है कि, स्क्वायर बनवाए जाने के लिए मैदागिन चौराहा सबसे उपयुक्त है। पहले गुरुधाम चौराहे पर स्क्वायर बनवाने की योजना बनी थी। फिर नगर निगम के अधिकारियों ने मैदागिन चौराहे को सबसे बेहतर जगह बताया। दरअसल, गोदौलिया चौराहे पर पहले से ही स्तंभ पर नंदी की भव्य प्रतिमा बनी है। ऐसे में नगर आयुक्त ने निर्णय लिया की स्क्वायर का निर्माण मैदागिन चौराहे पर करवाया जाए। प्रभारी अधिकारी विज्ञापन पीके द्विवेदी और एक्सईएन अजय राम ने मैदागिन चौराहे का निरीक्षण भी किया।