- इजराइल की टीम वरुण नदी एवं आसपास के क्षेत्र का कर चुकी है निरीक्षण
- अब नदी में गंदगी गिरने से रोकने के लिए दोनों किनारों पर नाले बनाए जाएंगे
- इजराइल की यारकोन नदी की तरह वरुणा के लिए बनेगा ड्रेनेज बाई पास
Varanasi Varuna River: पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण वरुणा नदी के अस्तित्व को बचाने में विभाग अब जुट गया है। इजराइल की टीम के निरीक्षण के बाद नगर निगम और जल निगम के अधिकारी सजग दिख रहे हैं। अधिकारियों ने नदी के किनारे नया सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने का निर्णय लिया है। नया एसटीपी बनने से नदी में गंदा पानी गिरना बंद हो जाएगा। जल निगम के अधिकारियों का मानना है कि, नदी में गिरने वाली गंदगी को रोकने के लिए दोनों किनारों पर नाले बनाए जाए। फिर इसे एसटीपी से जोड़ जाए, जिससे एक बूंद भी गंदा पानी नदी में नहीं गिरे।
बता दें, इजराइल दूतावास के राजनयिक एवं जल विशेषज्ञ डॉ. लियोर असफ और वरिष्ठ जल संसाधन विशेषज्ञ नीरज गहलावत ने वरुणा नदी में गिर रही गंदगी को देखा था। जल निगम के अधिकारियों का कहना है कि, वरुणा नदी में गिरने वाली गंदगी को रोकने के लिए ड्रेनेज बाईपास बनाना पड़ेगा। इजराइल की यारकोन नदी की तरह वरुणा नदी के लिए ड्रेनेज बाईपास बनेगा।
गंदे पानी को ट्रीट कर दोबारा इस्तेमाल लायक बनाया जाएगा
वरुणा नदी में गिरने वाला गंदा पानी बाईपास में पहुंचेगा। यहां उस पानी को ट्रीट कर खेतों एवं अन्य काम में इस्तेमाल किया जाएगा। जब पानी पूरी तरह से साफ हो जाएगा तो यहां पर पर्यटकों की संख्या में जबर्दस्त इजाफा होगा। वर्तमान में दीनापुर, भगवानपुर, बरेका, गोइठहा, रमना, राम नगर में एसटीपी से सीवर का शोधन कार्य चल रहा है। फिलहाल 300 एमएलडी के सीवर का शोधन किया जा रहा है। अब भी 350 एमएलडी सीवर निकल जाता है। अभी 50 एमएलडी का शोधन होना शेष है। इसको ही ध्यान में रखकर नए एसटीपी का निर्माण कराया जाना है।
इजराइल की टीम साझा करेगी तकनीक
इस बारे में जल निगम के अधिशासी अभियंता एके रंजन का कहना है कि, वरुणा नदी के किनारे एसटीपी बनाया जाएगा। इस पर इजराइल की टीम के साथ विचार-विमर्श किया गया है। इजराइल की टीम नई तकनीक हमारे साथ साझा करने वाली है। उन्होंने नदी के सफाई कार्य में सहयोग का भरोसा दिलाया है। इससे जुड़ी रिपोर्ट शासन-प्रशासन को भेज दी गई है।