- बेंगलुरु के मेडिकल कॉलेज में प्रबंधकीय कोटे से एडमिशन कराने के नाम पर ऐंठे थे रुपए
- वाराणसी के भेलूपुर के लखरांव रोड के विक्रोत सिंह को पुलिस ने किया है गिरफ्तार
- झारखंड के करेसावन निवासी हरिकृष्ण दुबे ने बेंगलुरु में दर्ज कराई है ठगी की रिपोर्ट
Fraud in Varanasi: प्रबंधकीय कोटे से बेंगलुरु के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराने के नाम पर ठगी का तार वाराणसी से जुड़ गया है। बेंगलुरु पुलिस ने जिले के भेलूपुर अंतर्गत लखरांव रोड में रहने वाले फिजियोथैरेपिस्ट विक्रांत सिंह को गिरफ्तार किया है। बेंगलुरु पुलिस विक्रांत को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर वहां गई है। आरोपी ठग यहां एक निजी अस्पतल में काम कर रहा था।
बता दें, झारखंड के करेसावन अंतर्गत आदित्यपुरा-2 में रहने वाले हरिकृष्ण दुबे ने जून माह में बेंगलुरु के जयनगर थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। सहायक अभियोजन अधिकारी राना सिंह गौतम का कहना है कि, हरिकृष्ण ने बताया था कि वह एक प्रइवेट कंपनी में काम करते हैं। उनकी बड़ी बेटी का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराना था।
जनवरी में बेंगलुरु में इंद्रेश और विक्रांत से हुई थी मुलाकात
पीड़ित हरिकृष्ण का कहना है कि, बेटी का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराने को लेकर कुछ लोगों ने जनवरी में उनकी मुलाकात इंद्रेश दुबे और विक्रांत सिंह से करवाई थी। इन सबने प्रबंधकीय कोटे से कस्तूरबा कॉलेज में मेडिकल सीट दिलाने का भरोसा दिलाया था। पहली बार में आरोपियों ने एक लाख रुपए लिए। फिर सीट बुक करने के लिए पांच लाख रुपए की मांग की। इस पर हरिकृष्ण की पत्नी ने दो लाख रुपए आरोपियों को दे दिए। अलग-अलग तिथियों में आरोपियों ने उनसे 15 लाख रुपए ले लिए।
1.48 करोड़ रुपए में सीट की कही थी बात
ठगी के शिकार हरिकृष्ण का कहना है कि, उन लोगों ने कॉलेज में प्रबंधकीय कोटे से एक सीट के लिए 1.48 करोड़ रुपए में सौदा किया था। कहा था कि, इतने रुपए खर्च करने पड़ेंगे। उस कॉलेज में प्रबंधन कोटा है। उसके तहत एडमिशन की अलग प्रक्रिया है। पीड़ित ने कहा कि, आरोपियों ने अलग-अलग तिथियों में उनसे 15 लाख रुपए ले लिए थे। इधर, पुलिस आरोपी को लेकर कोर्ट पहुंची।