वाराणसी: देश की राजधानी दिल्ली और नोएडा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को जाने वाले बुलेट ट्रेन के काम में अब तेजी आ रही है। जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम जैसे जैसे धरातल पर उतर रहा है तो उसी के साथ बुलेट ट्रेन का सपना भी साकार होता नजर आ रहा है। 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली बुलेट ट्रेन चलाने की योजना के लिए 800 किलोमीटर लंबे एलीवेटेड ट्रैक का हवाई सर्वेक्षण शुरू हो गया है। इसकी निगरानी नेशनल हाईस्पीड रेलवे कार्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) कर रहा है।
एक दैनिक समाचार पत्र से बातचीत में एनएचएसआरसीएल की प्रवक्ता सुषमा गौर ने बताया कि कुछ ही सप्ताह में इसकी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी। 800 किमी के इस हाई स्पीड रेल रूट में यूपी के आगरा, लखनऊ, अयोध्या, रायबरेली और वाराणसी जैसे शहर भी जुड़ेंगे। एलीवेटेड रेल रूट दिल्ली-हावड़ा रूट वाले वाराणसी मार्ग से अलग होगा। इस रूट पर नई दिल्ली, नोएडा, मथुरा, आगरा, इटावा, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज, भदोही, वाराणसी और अयोध्या जैसे प्रमुख शहर आएंगे।
ऐसे बन रही योजना
इस बुलेट ट्रेन को यमुना एक्सप्रेस वे के बीच दौड़ाने की तैयारी हो रही है। यमुना एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ की सड़क के बीच खाली जगह में इसका ट्रैक बनाने पर विचार हो रहा है। इसका लाभ ये होगा कि नोएडा से आगरा तक इसके लिए अलग से भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं होगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग में हाईस्पीड रेल का स्टेशन बनाया जाएगा। इस परियोजना के लिए डीपीआर रेल मंत्रालय को पिछले साल अक्टूबर में ही मिल चुकी है।