- रीमॉडलिंग के तहत अंधरापुल तक तीसरी और चौथी लाइन बिछाने का काम अंतिम चरण में
- शिवपुर से कैंट रेलवे स्टेशन तक बिछाई जा चुकी है गुड्स लाइन
- नए प्लेटफॉर्म तीन महीने में बनकर हो जाएंगे तैयार
varanasi cantt station: वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है। मार्च तक बाइपास लाइन बिछ जाएगी। इससे माल गाड़ियां परिसर में बिना आए बाहर से ही निकल जाएंगी। अगस्त तक उपरगामी पुल भी बन जाना है। तीसरी और चौथी लाइन बिछाने का काम अंतिम चरण में है। इसे डीएफसी (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) के ब्रांच लाइन से जोड़ दिया जाएगा। रीमॉडलिंग के तहत अंधरापुल तक तीसरी और चौथी लाइन बिछाने का काम अंतिम चरण में है। पहले चरण में शिवपुर से कैंट रेलवे स्टेशन तक गुड्स लाइन बिछा दी गई है।
इस परियोजना से यात्री गाड़ियों का परिचालन प्रभावित नहीं होगा। तीन महीने के अंदर प्लेटफॉर्म नंबर 10 और 11 बनकर तैयार हो जाएगा। बेस का काम पूरा हो गया है। नवनिर्मित भवन में आरआरआई स्थापित होने के बाद नए प्लेटफॉर्म से गाड़ियां का संचालन शुरू हो जाएगा।
दूसरा प्रवेश द्वार 2023 तक बनेगा
कैंट स्टेशन का दूसरा प्रवेश द्वार 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा। रेलवे प्रशासन ने तीसरे चरण के विकास कार्यों को आकार देना शुरू कर दिया है। 5.68 करोड़ रुपए से प्रस्तावित परियोजनाओं में शामिल द्वितीय प्रवेश द्वार को मेट्रो सिटीज के स्टेशन की तरह विकसित किया जा रहा है।
डबल स्टोरी बिल्डिंग बनाई जाएगी
दूसरे प्रवेश द्वार के विस्तार कार्य के तहत यहां एक दो मंजिला बिल्डिंग बनाई जा रही है। इसमें टिकट बुकिंग काउंटर, खान-पान स्टॉल, यात्री विश्रामगृह और शौचालय होंगे। दूसरे प्रवेश द्वार पर सीडीओ कॉम्प्लेक्स बनकर तैयार हो चुका है। यहां यार्ड के सभी कार्यालयों को स्थानांतरित किया जाएगा। यांत्रिक विभाग और बिजली विभाग के दफ्तर एक ही छत के नीचे काम करेंगे।
यात्रियों को मिलेंगी बहुत सहूलियतें
इस बारे में कैंट स्टेशन के निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि यार्ड रिमॉडलिंग का काम तेजी से हो रहा है। यह परियोजना 2023 तक मूर्तरूप ले लेगी। इससे लोगों को तमाम सहूलियतें मिलेंगी।