- मिर्जामुराद के पांच युवक एवं एक युवती नौकरी के झांसे में फंसी
- 32 लाख रुपए ऐंठने वाले राजकुमार सिंह एवं गौरव शेट्टी गिरफ्तार
- वाराणसी पुलिस और लखनऊ एसटीएफ ने दोनों को दबोचा
Fraud in Varanasi: वाराणसी पुलिस और लखनऊ एसटीफ की टीम ने नई दिल्ली के अशोका रोड स्थित वाईडब्ल्यूसीए से नौकरी का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने मिर्जामुराद के पांच युवकों और एक युवती को नौकरी पर रखवाने का झांस देकर 32 लाख रुपए ठगे हैं। इनकी पहचान रायबरेली के नसीराबाद के कनकपुरिया गांव निवासी राजकुमार सिंह उर्फ आरके सिंह, नई दिल्ली के राजौरी गार्डन के प्रेम प्रकाश शेट्टी के रूप में हुई है।
इनमें से आरके सिंह अपने आप को क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के मैनेजर अरुण पांडेय का पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर बताया था। मिर्जामुराद क्षेत्र के अमिनी गांव का सुनील पटेल, अभिषेक कुमार सिंह, कोमल सिंह, राजीव पटेल, सचिन कुमार सिंह, राजा तालाब के ओदार निवासी यश सिंह से रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर 32 लाख रुपए की ठगी की गई है।
सुनील ने दर्ज करवाई थी रिपोर्ट
मिर्जामुराद थाने में सुनील पटेल ने 3 अप्रैल को ठगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। सुनील ने तहरीर में कहा है कि, वह सभी लोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए मुंबई गए थे। मुंबई एयरपोर्ट पर तैनात पहचान के सीआईएसएफ जवान राजेश के माध्यम से राजकुमार सिंह से पहचान हुई थी। राजकुमार ने खुद को महेंद्र सिंह धोनी के मैनेजर का पीओएस बताया और हमें विश्वास में ले लिया। फिर उनके साथी शाहिल सिंह ने दिल्ली के प्रेम प्रकाश शेट्टी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत करवाई थी। उसने नौकरी दिलाने के एवज में 32 लाख रुपए मांगे थे। यह रकम उन लोगों ने अलग-अलग खातों में कई बार ट्रांसफर करवाए।
नौकरी नहीं लगने पर पैसे मांगे तो हत्या की धमकी दी
नौकरी नहीं मिलने पर जब इन नौजवानों ने अपनी-अपनी रकम मांगी तो आरोपियों ने हत्या करवाने की धमकी दे डाली। अब पुलिस इनके साथी शाहिल की तलाश में छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार राजकुमार और गौरव शेट्टी के कब्जे से पुलिस ने 17 डेबिट कार्ड, 6 मोबाइल, 2 डीएल, एक कार, 1480 रुपए, एक रिवॉल्वर और पासपोर्ट जब्त किया है।