- सभी साइबर ठग एटीएम स्लॉट टैंपरिंग भी करते थे
- सभी ठग अपनी कार से अलग-अलग शहरों एवं राज्यों में घूम-घूम कर करते थे अपराध
- उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बंगाल में ठिकाना बदल-बदल कर करते थे वारदात
Varanasi News: अलग-अलग राज्यों में घूम-घूमकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को वाराणसी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह सभी एटीएम कार्ड बदलकर स्वाइप मशीन से पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे। पुलिस ने 25 से अधिक सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद इस गिरोह का पर्दाफाश किया है। पांचों ठग बिहार के गया जिले के रहने वाले हैं।
इन ठगों के कब्जे से पुलिस ने 50 एटीएम कार्ड, स्वाइप मशीन, बिहार के नंबर की कार, 50 हजार रुपए जब्त किए हैं। गिरोह के सदस्य बुजुर्ग एवं महिलाओं को अपना निशाना बनाते थे। इसके साथ ही एटीएम स्लॉट से टैंपरिंग करते थे।
कैंट थाने में पीड़ित ने दर्ज कराया था मुकदमा
एसीपी कैंट मनीष कुमार शांडिल्य का कहना है कि, बदमाश अपनी कार से देश के अलग-अलग शहरों में घूमकर साइबर ठगी करते थे। गिरफ्तार बदमाशों में गया जिले के शाहबाजपुर का चुन्नू कुमार, टनकुप्पा चोआर का कन्हैया पांडेय, धीरेंद्र पांडेय, कुंदन कुमार एवं बाना गांव का राजीव शर्मा है। सिगरौली चौका घाट का रहने वाला भुक्तभोगी रामानंद यादव ने बताया है कि, आठ सितंबर की शाम वह घर के पास बैंक के एटीएम में पैसा निकालने के लिए गए थे। उनके पास पहले से 50 हजार रुपए थे। कुछ रुपए निकाल कर उन्हें किसी को देने थे। उसी दौरान एक व्यक्ति उनके पास आया और बातें करने लगा। वह उसे नजरअंदाज करते रहे। काम नहीं होता देखकर उसने एटीएम कार्ड समेत 50 हजार रुपए छीने और कार में सवार बदमाशों के साथ फरार हो गए। तब पीड़ित ने डायल 112 पर कॉल करके सूचना दी और थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो सुराग मिला
पुलिस का कहना है कि, बदमाश का सुराग सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से मिला। बदमाशों ने पुलिस को बताया है कि एटीएम के बाहर कार में बैठकर बुजुर्ग या महिला का इंतजार किया करते थे। जब कोई महिला एटीएम में जाती थी तो उनके गिरोह का कोई सदस्य मदद के नाम पर एटीएम कार्ड बदल देता था और चार अंक का पिन कार्ड देख लेता था। फिर स्वाइप मशीन से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता था।