- वाराणसी में डेंगू पर रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की पहल
- स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाया जाएगा विशेष अभियान
- एएनएम घर-घर जाकर लोगों को करेंगी जागरूक
National Dengue Day: वाराणसी में डेंगू पर रोकथाम के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष अभियान चलाया जाएगा। लोगों को डेंगू के लक्षण, बचाव और इलाज के बारे में जागरूक करने के साथ ही घरों के आसपास साफ-सफाई के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। राहत की बात यह है कि, इस साल अभी तक डेंगू का कोई नया मरीज नहीं मिला है। आमतौर पर बारिश के मौसम में डेंगू के मरीज मिलते हैं। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि, हर साल 16 मई राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के कारण, बचाव के बारे में जागरूक करना होता है।
इस साल की थीम 'डेंगू इज प्रिवेंटेबल, लेट्स ज्वाइन हैंड्स' अर्थात 'डेंगू से बचा जा सकता है, आओ हाथ मिलाएं' तय की से गई है। डेंगू की रोकथाम व बचाव के लिए आशा, एएनएम घर घर जाकर हर रविवार मच्छर पर वार, लावा साइड पर प्रहार स्लोगन के माध्यम से जागरूक कर रही हैं।
लोगों को बताए जाएंगे डेंगू से बचान के तरीके
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) शरद चंद पांडे ने बताया कि, आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में जागरूकता के साथ ही एक जगह जमा पानी को खाली कराएंगी। डेंगू से बचाव के लिए बुखार की स्थिति में डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लें। खून पतला करने वाली दवा का सेवन सिरदर्द होने पर बिल्कुल ना करें। अगर ऐसा करते हैं तो यह उल्टा असर करती हैं और जानलेवा साबित हो सकती है।
साफ पानी में पनपता है डेंगू का लार्वा
आपको बता दें कि, डेंगू का लार्वा साफ पानी में पनपता है। कूलर, गमला, फ्रिज ट्रे और नाद आदि में साफ पानी के ठहराव से भी डेंगू का लार्वा बनता है। ऐसी जगहों की सप्ताह में एक बार सफाई करनी चाहिए। गौर करने वाली बात यह कि डेंगू तेजी से फैलता है, इसलिए यह ज्यादा घातक है। डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और इलाज लें।
डेंगू के ये हैं लक्षण
तेज बुखार, तेज सिर दर्द, जोड़ों में दर्द, नाक से खून बहना, त्वचा पर चकत्ते, मसूड़ों से खून बहना, आंखों में दर्द, उल्टी, डायरिया और पीठ दर्द।