- काशी में दशाश्वमेध पर महायज्ञ की गाथा दिखेगी
- पर्यटकों को रिझाने के लिए तैयार की जाएगी दीवार
- दीवार पर म्यूरल आर्ट के जरिए गंगा के अर्द्धचंद्राकार घाटों का दिखेगा महात्म्य
Dashashwamedh Ghat: वाराणसी के राजा दिवोदास पर विजय के लिए काशी के गंगा तट पर परमपिता ब्रह्मा के 10 अश्वमेध महायज्ञ की गाथा अब घाट पर उकेरी जाएगी। विकास प्राधिकरण निर्माणाधीन दशाश्वमेध प्लाजा के पास काशी आने वाले पर्यटकों को रिझाने के लिए 40 फीट ऊंची और 15 फीट लंबी एक दीवार तैयार करेगा। इस पर म्यूरल आर्ट के जरिए गंगा के अर्द्धचंद्राकार घाटों का महात्म्य दिखाया जाएगा। इस परिसर को पर्यटकों को डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा।
दरअसल, विकास प्राधिकरण दशाश्वमेध प्लाजा को संवारने के साथ ही यहां पर्यटकों के जुड़ाव के लिए दशाश्वमेध घाट के आसपास के क्षेत्र को विकसित करने की योजना बना रहा है। कारण, 28 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहे प्लाजा एक दर्जन फूड कोर्ट के साथ ही दो रेस्टारेंट और एक टेरेस रेस्त्ररा बनाया जाएगा।
घाट पर भीड़ को सुविधा देने के लिए सीढ़ियों के निर्माण
इसके साथ ही घाट पर आने वाली भीड़ को सुविधा देने के लिए घाट पर सीढ़ियों के निर्माण के साथ प्लाजा में लोवर और ग्राउंड फ्लोर पर आठ जगह पेयजल की सुविधा, महिलाओं और पुरुषों के लिए चार-चार शौचालय, चार यूरिनल की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा प्रथम तल पर महिलाओं के लिए 11, पुरुषों के लिए सात शौचालय 15 यूरीनल की व्यवस्था की गई है।
प्लाजा के सामने बनने वाली दीवार होगी आकर्षक
प्लाजा के निर्माण के बाद घाट को भी संवारने की योजना है। यहां बता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दशाश्वमेध प्लाजा का निरीक्षण किया था और इस दौरान तैयार होने वाली दीवार पर अपनी सहमति जताई थी। प्लाजा के सामने बनने वाली दीवार म्यूरल आर्ट के साथ ही लाइट व अन्य सजावट से आकर्षक बनाई जाएगी। वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने कहा कि, दशाश्वमेध प्लाजा के पास ही एक 40 फीट ऊंची व 15 फीट लंबी दीवार तैयार की जा रही है। इसमें घाटों का महात्म्य के साथ ही 10 अश्व की कलाकृति लोगों को आकर्षित करेगी।
चितरंजन पार्क को विकसित करेगा वीडीए
काशी विश्वनाथ धाम के पास स्थित चितरंजन पार्क को भी विकास प्राधिकरण विकसित करेगा। इसके लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है। इसमें पार्क और पर्यटकों की सुविधा के हिसाब से तैयार किया जाएगा।