- अलग-अलग जिलों से आने वाली बसें डिपो में नहीं जाएंगी
- बसें अब सिर्फ चांदपुर तक ही जा सकेंगी
- बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाने प्रयागराज, चंदौली, भदोही से आते हैं लाखों श्रद्धालु
Varanasi Route Diversion: सावन महीने की शुरुआत के साथ ही वाराणसी शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बदल दी गई है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने रूट डायवर्जन जारी कर दिया है। अलग-अलग जिलों से शहर में आने वाली रोडवेज और निजी बसें अब डिपो में नहीं आ सकेंगी। सभी तरह की बसें सिर्फ चांदपुर तक जाएंगी। यह रूट प्लान कांवरियां वाहनों के लिए लागू किए जाने हैं।
बता दें सावन महीने में बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाने के लिए प्रयागराज, चंदौली, भदोही समेत कई जिलों से लाखों श्रद्धालु आते हैं। इसमें बहुत से श्रद्धालु चार पहिया वाहन तो वहीं हजारों श्रद्धालु बसों से आते हैं।
किस रूट से कहां तक आ सकेंगी बसें
प्रयागराज एवं मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली की ओर से बनारस आने वाली रोडवेज और निजी बसों के मोहनसराय से गंगापुर होकर अकेलवा होकर चांदपुर तक ही जाने दिया जाएगा। ऐसे ही शहर से आने जाने के लिए चांदपुर चौराहे से कपसेठी, भदोही, औराई और कछवा रोड होकर वाहन जाएंगे। गाजीपुर-आजमगढ़ से आने वाली बसें मकबूल आलम रोड से संकुल भवन तक ही जाएंगी। प्रयागराज से बनारस आने वाले हल्के और सवारी वाहन अपनी दाहिने लेन पर चलकर कछवा रोड, राजा तालाब, मोहनसराय, बाइपास से डाफी, अमरा अखरी से नीचे उतरकर चितईपुर चौराहा, भिखारीपुर, नरिया, बरेका गेट बनारस रेलवे स्टेशन तक आना-जाना कर पाएंगे।
कांवरियों के लिए रिजर्व हुई वाराणसी-प्रयागराज हाईवे की एक लेन
प्रयागराज से वाराणसी हाईवे की एक लेन कांवड़ियों के लिए रिजर्व रहेगी। प्रयागराज से वाराणसी की ओर जाने वाली लेन पर केवल कांवड़ियां या इनके वाहन परिचालित होंगे। यह व्यवस्था बुधवार की आधी रात से लागू भी हो गई है। पूरी व्यवस्था अगले 30 दिनों तक लागू रहेगी। बता दें कांवड़ियों की सुविधा के लिए प्रयागराज से मिर्जामुराद, राजा तालाब, रोहनिया होकर वाराणसी आने वाली एक लेन रिजर्व की गई है। इस बारे में एसपी सूर्यकांत त्रिपाठी का कहना है कि सोमवार को अधिक भीड़ होती है, इसलिए एक दिन पहले भी अतिरिक्त व्यवस्था की जानी है।