- शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक
- चांदपुर चौराहा और संकुल भवन तक जाएंगी अन्य जिलों से आने वाली रोडवेज बसें
- पूरे सावन शनिवार की रात 8 बजे से मंगलवार की सुबह 8 बजे तक शहर के अंदर होगा रूट डायवर्जन
Route Diversion In Varanasi: सावन के महीने में वाराणसी में काफी संख्या में भक्त बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। वहीं दूर-दूर से आने वाले कांवड़िए भी बाबा को जल चढ़ा कर पूजा अर्चना करते हैं। काशी में दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए कई मार्गों को डायवर्ट कर दिया गया है। शहर में भारी वाहनों का प्रवेश तो पूरी तरह से रोक दिया गया है, इन वाहनों को रिंग रोड से जरिए भेज दिया जाएगा।
बता दें कि गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर और मऊ आदि जनपदों से वाराणसी में आने वाले या वाराणसी से होते हुए अन्य जिलों को जाने वाले वाहनों को चौबेपुर में रिंग रोड से हरहुआ होते हुए राजातालाब की ओर भेज दिया जाएगा। इसी तरह मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली आदि जनपदों से आने वाले वाहनों को भी रिंग रोड से राजातालाब की ओर भेजा जाएगा। प्रयागराज से वाराणसी आने वाली या वाराणसी होकर आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, मऊ आदि जनपदों के लिए जाने वाले वाहनों को भी राजातालाब में रिंग रोड से ही मोड़कर उनको भेज दिया जाएगा।
अन्य जिलों से वाराणसी आने के लिए ये है रूट डायवर्जन
मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी जिले में संचालित होने वाली रोडवेज और प्राइवेट बसों के लिए भी डायवर्जन प्लान जारी किया गया है। गाजीपुर, आजमगढ़ और जौनपुर से आने वाली रोडवेज और प्राइवेट बसों को मकबूल आलम रोड पर स्थित संकुल भवन में खड़ा करवाया जाएगा। इसी तरह चंदौली सोनभद्र और मिर्जापुर से शहर में प्रवेश करने वाली रोडवेज और प्राइवेट बसों को मोहनसराय से अकेलवा होते हुए चांदपुर चौराहे तक जाने की अनुमति दी जाएगी। उसके बाद यहीं से पुनः उसी मार्ग से यह बसें वापस भेज दी जाएंगी।
ड्रोन कैमरे से कांवाड़िया रूट की निगरानी
जानकारी के लिए बता दें कि श्रद्धालुओं और कांवड़ियों को कोई समस्या न हो, इस बात का ध्यान रखते हुए सावन के शनिवार की रात 8 बजे से मंगलवार की सुबह 8 बजे तक भेलूपुर चौराहे से रामापुरा चौराहे तक वाहनों के लिए प्रवेश बंद रहेगा। उसी तरह मैदागिन से गोदौलिया होते हुए सोनारपुरा चौराहे तक, ब्राडवे तिराहे से सोनारपुरा होते हुए गोदौलिया चौराहे तक का क्षेत्र वाहनों के लिये प्रतिबंधित रहेगा। बता दें कि इसके अलावा ड्रोन कैमरों की मदद से कांवड़िया रूट की निगरानी भी की जाएगी।