- आईआईटी बीएचयू में आयोजित थी इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस
- टीम में कनाडा के विज्ञानी, शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार विजेता प्रो. एन रविशंकर भी शामिल थे
- हमला करने वालों में निजी टूरिस्ट गाइड, सिक्योरिटी गार्ड और स्थानीय लोग थे
Misbehave with Scientists in Varanasi: देश के अलग-अलग हिस्सों और विदेश से आईआईटी बीएचयू में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में भाग लेने आए वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को पीटा गया है। इन्हें सारनाथ स्थित थाई बौद्ध विहार के बाहर पार्किंग को लेकर बुरी तरह से पीटा गया। हमलावरों ने वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को लाठी-डंडों, रॉड और ईंट से मारा है। इस हमले में कॉन्फ्रेंस के संयोजक डॉ. प्रीतम सिंह, इनके पिता दौलत सिंह, शोध छात्र नीरज सिंह, महातिम सिंह, अनंत पांडेय और नीरज मिश्रा को भी पीटा गया है। टीम में कनाडा के विज्ञानिक प्रो. थंगादुरई, शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार विजेता प्रो. एन रविशंकर शामिल थे। बीएचयू ट्रामा सेंटर में घायलों का इलाज कराया गया है।
मेहमानों की ओर से मारपीट की शुरुआत का आरोप
वैज्ञानिकों का कहना है कि, हमलावरों में निजी टूरिस्ट गाइड, सिक्योरिटी गार्ड और स्थानीय लोग थे। वहीं, दूसरे पक्ष का आरोप है कि मारपीट की शुरुआत मेहमानों की ओर से की गई है। इसमें कई लोग बुरी तरह घायल हुए हैं। दूसरे पक्ष के घुरहूपुर निवासी राजू राजभर के सिर फटने की बात कही गई है। निरंजन राजभर के पैर, बरईपुर निवासी ज्युत गोंड के सिर और छाहीं के सुजीत पटेल के कमर में चोट बताई गई है।
घटना की सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने रखी सुरक्षित
इस बारे में थाना अध्यक्ष अर्जुन सिंह का कहना है कि, घटना को लेकर किसी पक्ष ने तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल, घटना की सीसीटीवी फुटेज रख ली गई है। पुलिस ने बताया कि, सारनाथ के कुछ गाइड ने फोन करके घटना की सूचना दी थी।
क्या रही विवाद की वजह
थाना अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने बताया कि दरअसल, थाई बौद्ध विहार के बाहर पार्किंग से कार निकालते वक्त एक कार को बीच में रोकना पड़ा। एक महिला प्रतिनिधि घुटनों में तकलीफ से कार तक नहीं जा सकी थीं। कार रोके जाने की बात पर वहां के गार्ड ने बदसलूकी की। इसे देखकर पीछे के वाहनों में बैठे प्रतिनिधि बीच-बचाव में आए तो निजी गाइड और दबंग वहां पहुंच गए और मारपीट शुरू कर दी।