- गोरखपुर हमले के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर की बढ़ी सुरक्षा
- सुरक्षा की दृष्टि से विशेष सतर्कता, पुलिस अफसरों को निर्देश
- सीसीटीवी कैमरे की नियमित रूप से की जाएगी मॉनीटरिंग
Kashi Vishwanath Security: गोरखनाथ मंदिर में सिपाहियों पर हमले के बाद वाराणसी में भी काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से विशेष सतर्कता बरतते हुए दिशा निर्देश जारी कर दिया है। शहर के अन्य धार्मिक स्थलों और मंदिरों में भी एहतियात बरतने के आदेश जारी किए गए हैं। एडीसीपी (सुरक्षा) अजय कुमार सिंह और एडीसीपी चक्रपाणि त्रिपाठी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम का निरीक्षण करने के साथ सुरक्षा कर्मियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने सुरक्षा कर्मियों को सतर्क रहने और बिना तलाशी लिए किसी भी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने के निर्देश दिए। कंट्रोल रूम के सुरक्षा कर्मियों को सीसीटीवी कैमरे की नियमित रूप से मॉनीटरिंग करने को कहा।
सीसीटीवी कैमरे की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने के निर्देश
शासन के निर्देश पर एडीसीपी ने परिसर का निरीक्षण करते हुए सुरक्षा कर्मियों से कहा कि, मंदिर के प्रवेश द्वार पर लगे सुरक्षा कर्मी 24 घंटे अलर्ट रहें। मंदिर आने वाले हर व्यक्ति की जांच करें, वह चाहे जो भी हो। संदिग्ध गतिविधियों से सतर्क रहने के आदेश दिए हैं। जो भी संदिग्ध लगें उसे तत्काल हिरासत में लें और बिना तहकीकात किए न छोड़ें। सुरक्षा कर्मी अलर्ट रहने के साथ आपात स्थिति में सुरक्षा कर्मी एक-दूसरे का सहयोग करें। हर चेक प्वाइंट पर सुरक्षा कर्मी मौजूद रहें, बिना दूसरे साथी को अलर्ट किए चेक प्वाइंट नहीं छोड़ें। दोनों अफसरों ने मंदिर के कंट्रोल रूम के सुरक्षा कर्मियों को सीसीटीवी कैमरे की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया।
काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा इन मंदिरों की सुरक्षा बढ़ी
अफसरों ने कहा कि, मंदिर के प्रवेश द्वार पर लगे सुरक्षा कर्मी 24 घंटे अलर्ट रहें, मंदिर आने वाले हर व्यक्ति की जांच करें। मंदिर परिसर में संदिग्धों पर विशेष नजर रखें, संदेह होने पर उसे तत्काल हिरासत में लें। बिना पूछताछ और छानबीन किए न छोड़ें। हर चेक प्वाइंट पर सुरक्षा कर्मियों को मुस्तैद रहने को कहा गया है। यह भी कहा गया है कि, ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मी दूसरे साथी को अलर्ट करने के बाद ही चेक प्वाइंट नहीं छोड़ेंगे। एडीसीपी ने धाम परिसर में लगे सीसीटीवी और कंट्रोल रूम का निरीक्षण करते हुए कहा कि, एक-एक कैमरे दुरुस्त रहें। कैमरे सही ढंग से चल रहे हैं या नहीं, इसकी जांच करते रहें, खराबी मिलने पर तत्काल दुरुस्त कराएं। काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा संकटमोचन मंदिर, कालभैरव मंदिर में भी सर्तकता बढ़ा दी गई है। इन मंदिरों में तैनात सुरक्षा कर्मियों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।
गोरखनाथ मंदिर पर हुआ हमला
विश्वनाथ मंदिर में लगें सीसीटीवी और कंट्रोल रूम का निरीक्षण करते हुए कहा कि, एक-एक कैमरे दुरुस्त रहे। कैमरे सही ढंग से चल रहे हैं या नहीं, इसकी जांच करते रहे, खराबी मिलने पर तत्काल दुरुस्त कराएं। वहीं शहर के संकटमोचन मंदिर, दुर्गाकुंड सहित कालभैरव आदि मंदिरों में भी सतर्कता बरतने को कहा गया है। गोरखनाथ मंदिर में मुस्लिम युवक ने हमला किया था गोरखनाथ मंदिर में मुस्लिम युवक के हमला करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। यूपी सरकार ने मामले की जांच उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वायड को दिया है।
राजनीति में गोरखनाथ मंदिर का विशेष महत्व
एटीएस की टीम गोरखनाथ मंदिर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। इसके अलावा एनआईए और आईबी भी हमले की जांच में जुटी है। इस घटना की जांच आतंकी हमले के एंगल से भी होगी। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यूपी की राजनीति में गोरखनाथ मंदिर का वही स्थान है, जो केंद्र की राजनीति के लिए नागपुर का है। गोरखनाथ मंदिर की चर्चा के बिना गोरखपुर की राजनीति अधूरी है। 52 एकड़ में फैले गोरखनाथ मंदिर का पूर्वांचल की राजनीति में बड़ा महत्व है। 52 एकड़ में बने इस मंदिर में त्रेता युग से अखंड ज्योति जल रही है। अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में भी मठ की बड़ी भूमिका रही है।