बीजिंग : चीन में कोरोना वायस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस जानलेवा वायरस के कारण यहां अब तक लगभग 100 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि करीब 2500 लोग पीड़ित हैं। इसका संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने युद्ध स्तर पर तैयारी की हुई है। इसी क्रम में चीन महज 10 दिन में वुहान शहर में एक अस्पताल बनाने जा रहा है, जहां इस संक्रमण के सबसे अधिक मामले समाने आए हैं।
वुहान की आबादी करीब 1.1 करोड़ है, जहां इस संक्रामक वायरस का तेजी से प्रसार हुआ है। यहां के सभी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ है, जबकि दवाइयां भी खत्म हो चली हैं, जिसे देखते हुए प्रशासन ने 1,000 बिस्तरों वाले नए अस्पताल को बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि यहां अस्पताल निर्माण का कार्य 23 जनवरी से शुरू हुआ और यहां 3 फरवरी से कामकाज शुरू हो जाएगा। यह अस्पताल 25,000 स्क्वायर मीटर में बनाया जा रहा है। चीन इससे पहले 2003 में भी ऐसे अस्पताल का निर्माण कर चुका है, जब यहां 'सार्स' का संक्रमण फैला था।
भारत में भी कोरोना वायरस के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें से अधिकांश चीन से लौटे छात्र बताए जा रहे हैं, जो वहां मुख्य रूप से मेडिकल की पढ़ाई करते थे। राजस्थान, बिहार, तेलंगाना, केरल से भी कोरोना वायरस के कई संदिग्ध मामले सामने आए हैं। इनमें कोरोना वायरस के लक्षण देखे गए हैं। हालांकि अभी इनकी पुष्टि नहीं हुई है और उन्हें गहन चिकित्सा निगरानी में रखा जा रहा है।
इस बीच, सरकार ने वुहान में फंसे लगभग ढाई तीन सौ भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने का फैसला किया है। भारतीय और चीनी अधिकारियों के बीच सोमवार को इस पर चर्चा भी हुई है। एयर इंडिया के एक विमान को इसके लिए तैयार भी रखा गया है, लेकिन यह चीनी शहर फिलहाल पूरी तरह लॉकडाउन है, जिसके कारण विमान को यहां कई तरह की औपचारिकताएं करनी होंगी।