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'अमेरिका से नहीं होगी कोई बातचीत', ट्रंप के बयान पर आया ईरान का जवाब

Updated Sep 17, 2019 | 16:05 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

ईरान के सर्वोच्‍च नेता ने अमेरिका के साथ किसी भी मुलाकात की संभावना से इनकार किया है। इससे पहले अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने कहा था कि ईरान का शीर्ष नेतृत्‍व उनसे मिलना चाहता है।

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तस्वीर साभार:&nbspAP, File Image
ईरान के सर्वोच्‍च नेता आयतुल्लाह अली खामनेई ने कहा है कि अमेर‍िका से कोई बात नहीं होगी (फाइल फोटो)
मुख्य बातें
  • अमेरिका के राष्‍ट्रपति ने पिछले दिनों कहा था कि ईरान का नेतृत्‍व उनसे मिलना चाहता है
  • इसके बाद कयास जताए जाने लगे कि ट्रंप की हसन रूहानी से मुलाकात हो सकती है
  • अब ईरान के सर्वोच्‍च नेता ने ऐसी किसी भी मुलाकात की संभावना से इनकार किया है

तेहरान : ईरान के साथ तनाव के बीच अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने पिछले दिनों कहा था कि तेहरान का शीर्ष नेतृत्‍व उनसे मिलना चाहता है, जिससे ऐसे कयास लगाए जाने लगे कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में शामिल होने के लिए ईरान के राष्‍ट्रपति हसन रूहानी के न्‍यूयार्क पहुंचने पर उनकी अमेरिका के राष्‍ट्रपति से मुलाकात हो सकती है। लेकिन ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामनेई ने मंगलवार को अमेरिका के साथ किसी भी तरह की संभावित बातचीत से साफ इनकार किया है।

ईरान के सर्वोच्‍च नेता खामनेई ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति से ऐसी किसी भी मुलाकात को सिरे से खारिज किया। उन्‍होंने साफ कहा कि अमेरिका के साथ किसी भी स्तर पर कोई बातचीत नहीं होनी चाहिए और देश के सभी अधिकारी इस पर एक मत हैं। उन्‍होंने यह भी कहा कि ईरान के खिलाफ 'अधिकतम दबाव' की नीति बेकार है और इससे कोई भी हल नहीं निकलने वाला है।

ईरान के सर्वोच्‍च नेता का यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि अमेरिका के साथ तनाव चरम पर है और दोनों ओर से तीखी बयानबाजियों का दौर जारी है। दोनों देशों के बीच पहले से ही व्‍याप्‍त तनाव सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको के दो संयंत्रों पर शनिवार को हुए ड्रोन हमले से और बढ़ गया। सऊदी अरब की यह कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी मानी जाती है, जिसके अब्कैक और खुरैस तेल संयंत्रों पर हमले की जिम्‍मेदारी हुती विद्रोहियों ने ली है। सऊदी अरब, ईरान पर यमन के हूती विद्रोहियों का समर्थन करने का आरोप लगाता रहा है।

दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी की रिफाइनरियों पर हुए इस हमले के बाद दुनियाभर में कच्‍चे तेल की कीमत में उछाल का अनुमान भी जताया जा रहा है। अमेरिका ने इस हमले के लिए ईरान को जिम्‍मेदार ठहराया है, जिससे पहले से ही तनावपूर्ण अमेरिका-ईरान के संबंध अधिक नाजुक हो गए हैं। सऊदी अरब की तेल कंपनी पर हुए हमले से एक दिन पहले ही ट्रंप ने कहा था कि उन्हें ऐसा लगता है कि ईरानी नेतृत्व उनसे मुलाकात और बातचीत करना चाहता है। लेकिन अब ईरान के सर्वोच्‍च नेता ने बिल्‍कुल अलग बात कही है।