नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO का कहना है कि कोरोना का अगला वैरिएंट चिंता का कारण हो सकता है, WHO की तकनीकी प्रमुख मारिया वैन कारखेव ने कहा, वर्तमान में दुनिया भर में सबसे अधिक मामले ओमिक्रॉन के ही हैं, साथ ही साथ इसके सबवैरिएंट बीए.4, बीए.5, बीए.2.12.1 पर भी नजर रखी जा रही है।
वहीं WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने कहा है कि 'हम अंधे हैं, जो यह नहीं देख पा रहे हैं कि कैसे कोरोना के टेस्ट कम होने की वजह से संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
डब्ल्यूएचओ चीफ ने कह कि कई देशों में कोरोना की जांच का काम बंद हो गया है, उन्होंने जोर देकर कहा है कि कोरोना का खतरा कम नहीं हुआ है और वायरस को बिल्कुल भी हल्के में न लें क्योंकि इसे नजरअंदाज करने से बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।
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WHO की तकनीकी प्रमुख मारिया वैन कारखेव ने कहा है कि मौजूदा समय में कोरोना वायरस का ओमीक्रोन वेरिएंट चिंता का विषय बना हुआ है, जो नए मामले बढ़ने का प्रमुख कारण है, हालांकि इसके कुछ सबवेरिएंट भी उभर रहे हैं...
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक यह बताना मुश्किल है कि अगला कोविड-19 वैरिएंट कौन सा होगा? हमारे लिए यह एक चिंता का महत्वपूर्ण कारण बना हुआ है, हमें अभी अलग-अलग परिस्थितियों के मुताबिक प्लान बनाने की जरूरत है, अभी वैक्सीन ही इस बीमारी से लड़ने का सबसे अच्छा तरीका है। गौर हो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन Covid-19 की स्थिति उसके नए वैरिएंट और उनकी संक्रामकता आदि के बारे में ताजा जानकारी देता रहता है ताकि इस महामारी की तीव्रता को लेकर लोग अलर्ट रहें और उनसे निबट सकें।