- भारतीय सेना प्रमुख जनरल नरवणे नेपाल में मानद उपाधि से सम्मानित
- समारोह के दौरान एक तलवार और एक स्क्रॉल भी प्रदान किया गया
- दोनों देशों के सेना प्रमुखों को मानद उपाधि से सम्मानित करने की सात दशक पुरानी परंपरा चली आ रही है
काठमांडू: भारतीय थल सेना के प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को बृहस्पतिवार को यहां एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने नेपाली सेना के जनरल की मानद उपाधि प्रदान की। यह दशकों पुरानी परंपरा है जो दोनों सेनाओं के बीच के मजबूत संबंधों को परिलक्षित करती है। नेपाल के थलसेना मुख्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, उन्हें राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास 'शीतलनिवास' में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया और इस दौरान उन्हें एक तलवार के साथ प्रतीक चिन्ह और सम्मान आदेश का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
समारोह में प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, भारतीय राजदूत विनय एम क्वात्रा और दोनों देशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इस परंपरा की शुरूआत 1950 में हुयी थी। जनरल के एम करियप्पा पहले भारतीय थलसेना प्रमुख थे, जिन्हें 1950 में इस उपाधि से सम्मानित किया गया था। पिछले साल जनवरी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नयी दिल्ली में नेपाली थल सेना के प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा को भारतीय सेना के मानद जनरल की उपाधि दी थी। बयान में कहा गया है, 'लंबे समय से चली आ रही यह परंपरा नेपाल और भारत की राष्ट्रीय सेनाओं के घनिष्ठ संबंधों का प्रतीक है।'
भारतीय दूतावास द्वारा यहां जारी एक बयान के अनुसार समारोह के बाद जनरल नरवणे ने राष्ट्रपति भंडारी से मुलाकात की और इस सम्मान के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग में और वृद्धि के उपायों पर भी चर्चा की। उनके साथ भारतीय राजदूत क्वात्रा भी थे। जनरल नरवणे तीन दिवसीय दौरे पर काठमांडू में हैं। इससे पहले उन्होंने जनरल थापा से उनके कार्यालय में मुलाकात की।
नेपाल के थलसेना मुख्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, 'उन्होंने द्विपक्षीय हितों के मुद्दों के अलावा दोनों सेनाओं के बीच मित्रता और सहयोग के मौजूदा बंधन को और मजबूत बनाने के उपायों पर चर्चा की।' उनकी यह यात्रा काफी हद तक दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने के मकसद से हो रही है। बयान के अनुसार उन्हें नेपाली सेना के इतिहास और वर्तमान भूमिकाओं के बारे में भी अवगत कराया गया।
बुधवार को काठमांडू पहुंचे नरवणे बृहस्पतिवार को सेना मुख्यालय में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। बृहस्पतिवार सुबह ‘आर्मी पैविलियन’ में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद उन्हें सेना मुख्यालय में ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। उन्होंने पुरानी परंपरा को कायम रखते हुए सेना मुख्यालय में एक पेड़ भी लगाया। अपनी यात्रा पूरी करने से पहले वह शुक्रवार को प्रधानमंत्री ओली से भी मिलेंगे। ओली रक्षा मंत्रालय का कामकाज भी देख रखे हैं।