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Boko Haram: बोको हराम के जिहादियों ने 43 मजदूरों को बंधक बनाकर गला काटा

Updated Nov 29, 2020 | 10:02 IST

बोको हराम के लड़ाकों की क्रूरता एक बार फिर सामने आई है। जहां नाइजिरिया में इन आतंकियों ने खेतों में काम करने वाले 43 मजदूरों की गला काटकर हत्या कर दी है।

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बोको हराम के आतंकियों ने 43 मजदूरों को बंधक बनाकर गला काटा
मुख्य बातें
  • बोको हराम के आतंकियों ने खेतों में काम करने वाले 43 मजदूरों की निर्मम हत्या की
  • बेहद क्रूर हमले में मजदूरों को पहले बांधा गया और फिर काटे गए गले
  • इस हमले में 6 मजदूर गंभीर रूप से हुए हैं घायल

अबूजा:  पूर्वोत्तर नाइजीरिया के माइदुगुरी शहर के पास बोको हराम के लड़ाकों ने शनिवार को धान के खेतों में काम करने वाले 43 खेतिहर मजदूरों की निर्मम तरीके से गला काटकर हत्या कर दी। 6 मजदूर इस दौरान गंभीर रूप से घायल हुए हैं। खबर के मुताबिक, हमलावरों ने कृषि श्रमिकों को पहले बंधक बनाया और  फिर कोशोबे गांव में उनका गला काट दिया।

बोको हराम का इलाका

नाइजीरियाई राष्ट्रपति मुहम्मदु बुहारी ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि इन बेहूद क्रूर हत्याओं से पूरा देश घायल हो गया है। हमले के दौरान लोगों की मदद करने वाले मिलिशिया के नेता बाबाकुरा कोलो ने कहा कि हमने 43 शव बरामद  कर लिए हैं जिनमें से छह लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्होंने कहा, 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि बोको हराम इस इलाके में सक्रिय है और किसानों पर अक्सर हमला करते हैं।'

आठ का अपहरण

पीड़ित लोग पश्चिमोत्तर नाइजीरिया में सोकोतो राज्य के मजदूर थे, जो लगभग 1,000 किलोमीटर (600 मील) दूर काम की तलाश में आए हुए थे। इन मजदूरों ने काम की तलाश के लिए उत्तर-पूर्व की यात्रा की थी। एक अन्य सैन्यकर्मी इब्राहिम लिमन ने बताया, '60 किसान थे जिन्हें चावल के खेतों में धान की कटाई करने के लिए अनुबंधित किया गया था। चालीस लोगों की हत्या कर दी गई थी, जिसमें छह घायल थे।' उन्होंने कहा कि आठ अन्य लापता हो गए हैं जिन्हें जिहादियों ने अपहरण कर लिया था।

पहले भी कर चुके हैं हत्या

शवों को दो किलोमीटर दूर ज़बरमरी गांव में ले जाया गया, जहां उन्हें रविवार को दफनाने से पहले रखा जाएगा। पिछले महीने बोको हराम के आतंकवादियों ने दो अलग-अलग घटनाओं में माइदुगुरी के पास सिंचाई के खेतों पर काम कर रहे 22 किसानों की हत्या कर दी थी। बोको हराम और आईएसडब्ल्यूएपी, इसके आईएस से जुड़े प्रतिद्वंद्वी अपने हिंसक अभियान में किसानों, चरवाहों और मछुआरों को तेजी से निशाना बना रहे हैं। आतंकियों ने इन पर पर जासूसी करने और सेना तथा स्थानीय आतंकवादियों से लड़ने की जानकारी देने का आरोप लगाया है।