- हाउडी मोदी कार्यक्रम से पहले ह्यूस्टन में कार रैली निकाली गई
- PM मोदी NRG स्टेडियम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे
- इस कार्यक्रम के लिए लगभग 50 हजार लोगों ने पंजीकरण कराया है
वाशिंगटन : अमेरिकी राज्य टेक्सास के ह्यूस्टन में होने वाले पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम Howdy Modi को लेकर यहां खासकर प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों में जबरदस्त उत्साह है। यह कार्यक्रम ह्यूस्टन के NRG स्टेडियम में रविवार (22 सितंबर) को होना है, जिसके लिए तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी हैं। यहां पीएम मोदी के इस कार्यक्रम से पहले जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं तो एक कार रैली भी निकाली गई, जिसमें 200 कारें शामिल हुईं। सभी कारों पर भारत और अमेरिका के राष्ट्र ध्वज भी लगे थे।
Howdy Modi से पहले हुई इस कार रैली को भारत और अमेरिका के संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में काफी अहम माना जा रहा है। रैली के आयोजक और स्वयंसेवक 'नमो अगेन' और 'भारत माता की जय' के नारे लगा रहे थे तो यह कहते भी सुने गए कि वे तहेदिल से पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।
हाउडी मोदी कार्यक्रम में 50,000 से अधिक प्रवासी भारतीयों के शामिल होने की उम्मीद है। आयोजकों का कहना है कि यह पोप के बाद किसी विदेशी नेता के कार्यक्रम में शामिल होने वालों की सबसे बड़ी संख्या है। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी संबोधित करेंगे। ट्रंप पहले ही संकेत दे चुके हैं कि वह इस दौरान कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में अमेरिकी राजनीति के कई अन्य नेता भी शामिल होने वाले हैं।
ह्यूस्टन के NRG स्टेडियम में होने वाला यह कार्यक्रम 90 मिनट का होगा, जिस दौरान म्यूजिक और डांस शो भी होंगे। इसमें करीब 400 कलाकार प्रस्तुति देंगे। पीएम मोदी अमेरिका के करीब एक सप्ताह के दौरे पर शुक्रवार को रवाना हुए, जिस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप से भी उनकी द्विपक्षीय मुलाकात होगी। इस दौरान पीएम मोदी न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को भी संबोधित करेंगे। यहां बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से उन्हें 'ग्लोबल गोलकीपर्स गोल्स अवॉर्ड 2019' भी दिया जाएगा।
अमेरिका रवानगी से पहले पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि भारत और अमेरिका शांतिपूर्ण, स्थिर, सुरक्षित, सतत और समृद्ध विश्व बनाने में अभूतपूर्व योगदान दे सकते हैं। हाउडी मोदी कार्यक्रम में शिरकत करने के ट्रंप के फैसले को उन्होंने प्रवासी भारतीयों के लिए सम्मान और खुशी की बात बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय के किसी कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति उनके साथ पहली बार शिरकत करेंगे और उनके साथ जुड़ाव में यह मील का पत्थर साबित होगा।