- चीन से तनातनी के बीच FBI निदेशक ने बड़ी चेतावनी दी है
- उन्होंने कहा कि चीन, अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा है
- FBI निदेशक ने चीन पर सूचनाओं की चोरी का आरोप लगाया है
वाशिंटन : चीन से व्यापारिक मुद्दों सहित कई अन्य मसलों पर तनाव के बीच अमेरिका लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। तिब्बत में मानवाधिकारों के उल्लंघन सहित अन्य मसलों को लेकर विदेश विभाग ने जहां चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के कई अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगा दिए हैं, वहीं अब अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने चेताया है कि चीन, अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
'चीन, अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा'
वाशिंगटन के हडसन इंस्टीच्यूट में क्रिस्टोफर ने चीन सरकार की जासूसी और सूचनाओं की चोरी को अमेरिका के भविष्य के लिए 'अब तक का सबसे बड़ा और दीर्घकालिक खतरा' करार दिया। उन्होंने कहा कि चीन कई स्तरों पर अभियान चला रहा है। यहां तक कि वह विदेशों में रह रहे चीनी नागरिकों को भी निशाना बना रहा है और उन्हें वापस लौटने पर मजबूर कर रहा है। वह कोरोना संक्रमण को लेकर अमेरिकी शोध को कमजोर करने की कोशिश भी कर रहा है।
'सुपरपावर बनने की कोशिश कर रहा चीन'
क्रिस्टोफर के मुताबिक, चीन दुनिया का अकेला सुपरपावर बनने की कोशिश कर रहा है और जासूसी व सूचनाओं की चोरी के जरिये वह बड़ा दांव चल रहा है। उन्होंने कहा कि वह अमेरिका के समक्ष मौजूद चीनी खतरों को लेकर आगामी सप्ताह में अमेरिकी अटॉर्नी जनरल और विदेश मंत्री से चर्चा करेंगे। हडसन इंस्टीच्यूट में मंगलवार को लगभग एक घंटे के अपने भाषण के दौरान एफबीआई निदेशक ने बताया कि चीन किस तरह अमेरिका के लिए बड़ी चुनौती बनते जा रहा है।
'असंतुष्ट चीनी नागरिकों को बनाया जा रहा निशाना'
उन्होंने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 'फॉक्स हंट' नाम का एक कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत उन चीनी नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है जिन्हें सरकार अपने लिए खतरे के तौर पर देखती है। इनमें राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी, असंतुष्ट और आलोचक शामिल हैं, जो मानवाधिकारों के उल्लंघ को लेकर चीन की ज्यादतियों का पर्दाफाश करना चाहते हैं। उन पर जल्द से जल्द चीन लौटने का दबाव बनाया जा रहा है, ताकि उनकी आवाजों का दमन किया जा सके।