वाशिंगटन : दुनियाभर में परमाणु हथियारों की होड़ के बीच चीन अपने परमाणु शस्त्रागार में लगातर विस्तार की कोशिशों में जुटा है। जिस गति से वह इस दिशा में काम कर रहा है, उसे देखते हुए अंदाजा जताया जा रहा है कि साल 2050 तक उसका शस्त्रागार अमेरिका के बराबर हो सकता है या वह उससे अधिक हो सकता है। अमेरिकी रक्षा कार्यालय पेंटागन की रिपोर्ट में इसे लेकर दावा किया गया है, जिस पर भारत भी करीब से नजर बनाए हुए है।
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की ओर से बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका के अधिकारियों ने एक साल पहले ही इस संबंध में अनुमान लगाया था। लेकिन चीन उससे कहीं अधिक तेजी से अपनी परमाणु ताकत में बढ़ोतरी कर रहा है। चीन की योजना इस सदी के मध्य तक अमेरिका के बराबर पहुंचने या उससे कहीं आगे निकल जाने की है।
'2030 तक 1000 हो सकती है चीन के परमाणु हथियारों की संख्या'
रिपोर्ट के अनुसार, चीन के परमाणु हथियारों की संख्या अगले छह साल में बढ़कर 700 तक हो सकती है। वहीं, साल 2030 तक चीन के परमाणु शस्त्रों की संख्या बढ़कर 1,000 से अधिक हो सकती है। चीनी परमाणु हथियारों को लेकर पेंटागन की यह रिपोर्ट दिसंबर 2020 तक इस संबंध में जुटाई गई जानकारी पर आधारित है।
रिपोर्ट में हालांकि यह नहीं बताया गया है कि चीन के पास इस वक्त कितने परमाणु हथियार हैं। वहीं, एक साल पहले पेंटागन की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन के परमाणु हथियारों की संख्या 200 से कम है और इस दशक के अंत तक यह दोगुना हो सकता है। जहां तक अमेरिका के पास परमाणु हथियारों की संख्या है तो यह इस वक्त लगभग 3,750 बताई जाती है।