- यूएनएसी में कश्मीर मुद्दे पर ज्यादातर देशों ने अपनी चिंता जाहिर की, चीन का दावा
- भारत ने कहा था कि कश्मीर के मुद्दे पर अब चीन को समझना चाहिए कि दुनिया क्या सोचती है
- भारत के इस जवाब के बाद चीन ने अपने समर्थन में बात कही, किसी दूसरे सदस्य देश की तरफ से टिप्पणी नहीं
बीजिंग। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बार फिर चीन ने कश्मीर मुद्दे को बंद कमरे में उठाया था। लेकिन खबर आई कि चीन और पाकिस्तान दोनों को मुंह की खानी पड़ी। इस तरह की जानकारी के बाद भारत की तरफ से सधी प्रतिक्रिया आई कि चीन को वैश्विक हालात को समझना चाहिए, हालांकि अब चीन के कुछ और ही दावा किया है।
चीन का कहना है कि यूएनएसी में ज्यादातर देशों ने कश्मीर के मुद्दे पर चिंता जाहिर की। इसके साथ ही सदस्य देशों का मत था कि संबद्ध पक्षों को तनाव कम करने के लिए आगे आना चाहिए। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग भारत की इस प्रतिक्रिया का जवाब दे रहे थे कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 देशों में ज्यादातर देशों ने यह माना कि कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए यह मंच सही नहीं है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर यूएनएसी में इस मामले को उठाने के लिए चीन से अपील की थी। इस मुद्दे पर गेंग शेंग ने कहा कि सभी सदस्य देशों ने चीन की दलीलों को सुना और माना कि भारत और पाकिस्तान को इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। सबसे बड़ी बात ये है गेंग शुंग जो भी दावे कर रहे हों, किसी और देश ने इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं की है। इस मामले पर भारत दुनिया के सभी मुल्कों को स्पष्ट कर चुका है कि अनुच्छेद 370 का हटाया जाना भारत का आंतरिक मामला था और इसमें किसी तीसरे मुल्क द्वारा हस्तक्षेप का सवाल ही नहीं पैदा होता है।