- ताइवान ने कहा है कि उसने अपने जेट विमानों को अलर्ट कर दिया है।
- चीन दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी सैन्य ताकत है। जबकि ताइवान 21 वीं बड़ी सैन्य ताकत है।
- सैन्य अभ्यास को देखते हुए दुनिया के सबसे व्यस्त समुद्री मार्ग पर भी खतरा बढ़ गया है।
China and Taiwan Dispute :अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर भड़के चीन ने अब अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। पेलोसी के जाते ही चीन की सेना आज से लेकर 7 तारीख तक ताइवान के चारों ओर एक बड़ा युद्धाभ्यास करने जा रही है। इस सैन्य ड्रिल में चीन के कई घातक फाइटर प्लेन, बॉम्बर, युद्धपोत, लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल किया जाएगा। ताइवान ने चीन के इस सैन्य ड्रिल को देखते हुए न केवल अपनी सेना को अलर्ट कर दिया है, बल्कि इस क्षेत्र से गुजरने वाले समुद्री मार्ग में बढ़ते खतरे को देखते हुए, दुनिया के दूसरे देशों को वैकल्पिक रास्ते से जाने की सलाह दी है।
इस तरह करेगा सैन्य अभ्यास
चीन ने कहा है कि वह ताइवान से लगी अपनी समुद्री सीमा के चारों तरफ छह लाइव फायर सैन्य अभ्यास करेगा। चीन ने इस इलाके से गुजरने वाले सभी यात्री विमानों को रोक दिया है। चीन की नौसेना तो ताइवान की जमीन से मात्र 9 समुद्री मील की दूरी पर अभ्यास करने जा रही है। इससे ताइवान के मुख्य बंदरगाहों के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है। चीन के इस सैन्य अभ्यास पर ताइवान ने कहा है कि उसने अपने जेट विमानों को अलर्ट कर दिया है। और जापान और फिलीपींस से वैकल्पिक समुद्री यात्रा के लिए भी बातचीत शुरू कर दिया है। ताइवान के राष्ट्रपति साई-इंग-वेन ने कहा है कि उनका देश इस समय सबसे बड़ी सैन्य धमकी का सामना कर रहा है।
ताइवान की सीमा में भेंजे 21 फाइटर प्लेन
इसके पहले चीन पेलोसी के ताइवान पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही 21 फाइटर प्लेन ताइवान के एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन (एडीआईजेड) में भेज दिए थे। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एडीआईजेड में दाखिल हुए चीन के फाइटर प्लेन की तस्वीर जारी की थी। जाहिर है चीन ताइवान को लगातार सैन्य धमकी दे रहा है। शायद इसलिए ताइवान के राष्ट्रपति ने कहा है कि उनका देश इस समय सबसे बड़ी सैन्य धमकी का सामना कर रहा है।
चीन के मुकाबले बेहद कमजोर ताइवान
अगर दोनों देशों के बीच युद्ध होता है तो चीन के आगे ताइवान कहीं नहीं ठहरता है। ग्लोबल फॉयर पावर इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी सैन्य ताकत है। जबकि ताइवान 21 वीं बड़ी सैन्य ताकत है। चीन के पास 20 लाख सक्रिय सैनिक हैं। जबकि ताइवान के पास 1.70 लाख सैनिक हैं। इसी तरह चीन के पास 3285 एयर क्रॉफ्ट हैं। जबकि ताइवान के पास 751 एयर क्रॉफ्ट हैं। चीन के पास 281 अटैक हेलिकॉप्टर हैं तो ताइवान के पास 91 अटैक हेलिकॉप्टर हैं। चीन के पास 79 पनडुब्बियां हैं जबकि ताइवान के पास 4 पनडुब्बियां हैं।