- दुनियाभर में कोरोना वायरस से 3.48 लाख से अधिक लोगों की जान चली गई है
- पूरी दुनिया में इस घातक संक्रमण की चपेट में 56.07 लाख से अधिक लोग आए हैं
- सबसे अधिक कहर अमेरिका में है, जहां मौतों का आंकड़ा 1 लाख के करीब पहुंच चुका है
बीजिंग : दुनियाभर में कोरोना के कहर के बीच चीन की मशहूर वैज्ञानिक शी झेंगली ने इस घातक संक्रमण को लेकर चेताते हुए कहा कि अब तक इसके बारे में जितना भी पता चला है, संभव है कि वह बहुत कम हो। इसे एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या करार देते हुए उन्होंने दुनियाभर के वैज्ञानिकों और सरकारों को एकजुट होकर इससे मुकाबला करने की अपील की और यह भी कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
'बैट वुमन' के नाम से मशहूर चीनी वैज्ञानिक ने एक सरकारी टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा, 'अगर हम इंसानों को अगले संक्रामक रोग के प्रकोप से बचाना चाहते हैं, तो हमें पहले ही जंगली जानवरों में स्वाभाविक रूप से पाए जाने वाले अज्ञात वायरस के बारे में जानना चाहिए और शुरुआती चेतावनी देनी चाहिए। अगर हम उनका अध्ययन नहीं करेंगे, तो संभवतः दूसरा प्रकोप होगा।' उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो समस्या और विकराल हो सकती है।
कोरोना से दुनियाभर में मची है तबाही
चमगादड़ में पाए जाने वाले कोरोना वायरस को लेकर अपने काम के लिए प्रसिद्ध वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में डिप्टी डायरेक्टर झेंगली का यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि दुनियाभर में इस घातक संक्रमण से 3.48 लाख से अधिक लोगों की जान चली गई है, जबकि 56.07 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जिससे भारत भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारत में कोरोना संक्रमण के इस वक्त 1.45 लाख से अधिक केस हैं, जबकि 4,167 लोगों की अब तक जान जा चुकी है।
दुनिया में कोरोना का सबसे अधिक कहर अमेरिका में है, जहां मौतों का आंकड़ा 1 लाख के करीब पहुंच चुका है। यहां इस घातक संक्रमण से अब तक 99,805 लोगों की जान चगई है जबकि 17.06 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं। कोरोना संक्रमण के मामले में दूसरे नंबर पर ब्राजील, तीसरे नंबर पर रूस, चौथे नंबर पर स्पेन और पांचवें नंबर पर ब्रिटेन है।
दुनिया के कई देशों में चीन के प्रति नाराजगी
दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों में चीन के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है। वे दुनिया को इस खतरनाक संक्रमण में धकेलने के लिए चीन पर आरोप लगा रहे हैं, जहां इसका पहला मामला दिसंबर 2019 में सामने आया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो कोरोना वायरस के तार चीन के वुहान स्थित प्रयोगशाला से जुड़े होने की बात भी कह चुके हैं। हालांकि चीन ने खुद पर लगे आरोपों को खारिज किया है। अब शी झेंगली ने भी कहा है कि इस मुद्दे पर राजनीतिकरण करना बेहद दुखद है।