- चीन से शुरू होकर दुनिया भर के 157 देशों में महामारी की तरह फैल चुका है कोरोना वायरस
- अब तक 9000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और दो लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं
- सिंगापुर ने बहादुरी के साथ इस वायरस से मुकाबला किया और इस रोकने में कामयाब हो गया
नई दिल्ली : दुनिया भर में महामारी की तरह फैल चुका कोरोना वायरस से अब तक 9000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 200000 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। सबसे ज्यादा चीन प्रभावित हुआ। यहां 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई करीब 90 हजार लोग संक्रमित हुए। लेकिन इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में चीन कामयाब होता नजर आ रहा है। इसके करीब होने के कारण सिंगापुर में वायरस फैलने का खतरा बहुत ज्यादा था। लेकिन सिंगापुर सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए।
जब कोरोना वायरस चीन के बाहर फैलना शुरू हुआ तो सबसे अधिक खतरा सिंगापुर पर था। दिसंबर में चीन में फैला यह वायरस फरवरी में मध्य तक दूसरे पहुंचा शुरू हो गया था। तब चीन के बाद सबसे अधिक मामले सिंगापुर में था। तब यहां 80 मामले सामने आ चुके थे। सरकार ने इस खतरे को देखते हुए तुरंत एहतियातन सख्त कदम उठाए। जिसके बाद इसपर काफी हद तक रोकने में कामयाबी पाई गई। सिंगापुर में अब तक कुल 313 मामले सामने आए लेकिन इस वायरस से यहां एक भी मौत नहीं हुई है। बल्कि 117 मरीज ठीक हो गए हैं। जबकि 196 का अभी इलाज चल रहा है। इनमें 14 की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस छोटे से देश ने दुनिया के सामने इस इसका उदाहरण पेश किया।
चीनी पारंपरिक चिकित्सा पद्धति कारगर
चीनी पारंपरिक मेडिकल व्यवस्था का इतिहास 351 साल का इतिहास रहा है और चीनी पारंपरिक मेडिकल कंपनी थूंगरेनथांग ने नए कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम में अपनी विशेष भूमिका साबित की है। चीन के पेइचिंग, जंगचाऊ और हांगकांग, तथा इटली के रोम, कनाडा के टोरंटो और सिंगापुर आदि के मेडिकल एक्सपर्ट्स ने वीडियो के माध्यम से 'थूंगरेनथांग ओवरसीज महामारी की रोकथाम विशेषज्ञ टीम' की सभा का आयोजन किया। सभा में चीन के पारंपरिक चिकित्सा विशेषज्ञों ने इटली, कनाडा और सिंगापुर के विशेषज्ञों को नए कोरोना वायरस निमोनिया के इलाज के लिए पारंपरिक दवाइयों का सिफारिश किया।
रोकथाम में चीनी पारंपरिक दवाइयां 91% रही सफल
थूंगरेनथांग कंपनी के डिप्टी डायरेक्टर ने कहा कि हम 28 देशों और क्षेत्रों में स्थापित हमारे 149 मंचों के जरिए विश्व को चीनी पारंपरिक इलाज स्कीम प्रस्तुत करेंगे। पता चला है कि चीनी पारंपरिक मेडिकल सुविधा के 3200 डॉक्टरों ने हूपेइ प्रांत में महामारी को रोकने वाले अभियान में भाग लिया। हूपेइ प्रांत में महामारी की रोकथाम में चीनी पारंपरिक दवाइयों का प्रयोग दर 91 प्रतिशत रही। थूंगरेनथांग कंपनी ने इटली, कनाडा और सिंगापुर को पारंपरिक दवा प्रदान किए हैं। अभी तक चीनी पारंपरिक मेडिकल और दवाइयों का 183 देशों और क्षेत्रों में प्रचार किया गया है। नये कोरोना वायरस निमोनिया के इलाज में चीनी पारंपरिक मेडिकल और दवाइयों की श्रेष्ठता की मान्यता दी गई है।