- जापानी मैंगजीन का दावा- वेजिटेटिव स्टेट में है तानाशाह किम जोंग उन
- रिपोर्ट्स में दावा- तबियत खराब होने के बाद हुई हार्ट सर्जरी में हुई गड़बड़ी
- कांप रहे थे डॉक्टर के हाथ? चीनी डॉक्टरों को उत्तर कोरिया भेजने की भी आई थी खबर
नई दिल्ली: दुनिया भर के मीडिया में उत्तर कोरिया के तानाशाह को लेकर लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में बीते कुछ दिनों से दावा किया जा रहा है कि किम जोंग उन की मौत हो चुकी है जबकि कई में ऐसा कहा जा रहा है कि उसकी तबियत खराब है। बीते दिनों यह रहस्य तब और गहरा गया था जब चीन से डॉक्टरों की एक टीम के उत्तर कोरिया जाने की खबर सामने आई थी। हाल में इंटरनेशनल मीडिया में आई कुछ खबरों के अनुसार किम जोंग वेजिटेटिव स्टेट में हैं और उसकी सर्जरी में कुछ गड़बड़ी हो गई थी।
बीते 15 अप्रैल को अपने दादा और उत्तर कोरिया के संस्थापक के जयंती समारोह में किम जोंग के शामिल नहीं होने के बाद उसकी सेहत को लेकर अटकलें लग रही थीं। यूके मिरर की एक रिपोर्ट के अनुसार एक जापानी मैगजीन ने दावा किया है कि किम जोंग उन 'वेजिटेटिव स्टेट' में है जिसमें मरीज एक अचेत अवस्था में चला जाता है।
ईलाज की प्रक्रिया में देरी से बिगड़ी हालत? मैगजीन में 36 वर्षीय तानाशाह को लेकर यह भी दावा किया गया है कि चीनी दवाओं और डॉक्टर को इलाज करने के लिए प्योंगयांग भेजा गया था और पूरी प्रक्रिया में देर लगने की वजह से उत्तर कोरियाई तानाशाह की हालत बिगड़ गई।
लेकिन अन्य कुछ रिपोर्टों में बीजिंग में कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि चीनी डॉक्टरों की टीम को हृदय का ऑपरेशन असफल होने के बाद भेजा गया था, लेकिन उसे बचाने के लिए वह बहुत देर से पहुंचे।
कांप रहे थे डॉक्टर के हाथ: एक अन्य दावा यह भी है कि हार्ट में स्टेंट डालने की एक सरल प्रक्रिया के दौरान गड़बड़ी हो गई क्योंकि ऑपरेशन के दौरान एक उत्तर कोरियाई डॉक्टर के हाथ कांप रहे थे। यह बताया गया है कि अप्रैल की शुरुआत में किम को अस्पताल ले जाया गया था, इस दौरान उसकी तबियत खराब हो गई और यात्रा के दौरान उसे छाती में जकड़न महसूस होने लगी। कहा जा रहा है कि भारी धूम्रपान, लगातार वजन बढ़ने और हृदय संबंधी समस्याओं के पारिवारिक इतिहास की वजह से ऐसा हुआ, जिसके बाद उसकी हार्ट सर्जरी की जा रही थी। ऑपरेशन के दौरान गड़बड़ी हुई और तानाशाह वेजिटेटिव स्टेट में चला गया।
क्या है वेजिटेटिव स्टेट: यह दिमाग के शिथिलत हो जाने की एक स्थिति है जिसमें कोई व्यक्ति जागरूकता के कोई संकेत नहीं दिखाता है। यह अवस्था किसी बीमारी या स्ट्रोक से सिर का आघात या मस्तिष्क को नुकसान पहुंचने की वजह से हो सकती है। इस अवस्था में मरीज जागता और सोता है, लेकिन अपने आसपास के माहौल को लेकर उसमें कोई जागरूकता नहीं दिखती। हालांकि इस अवस्था में व्यक्ति अपनी आंखें खोल सकता है, आवाज़ कर सकता है या हिल डुल सकता है।
ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि उत्तर कोरिया के तानाशाह की तबियत खराब होने के बाद बीते शनिवार रात को उसकी मौत हो गई है। हालांकि पक्के तौर पर कुछ भी कह पाना मुश्किल है क्योंकि फिलहाल आधिकारिक तौर पर कोई भी सूचना उपलब्ध नहीं हो रही है और उत्तर कोरिया में होने वाली घटनाओं पर वैसे भी अक्सर रहस्य का परदा पड़ा रहता है।