- पाकिस्तान ने शुरू किया अफगानिस्तान में अपना मिशन
- आईएसआई के प्रमुख को भेजा अफगानिस्तान, तालिबान नेताओं से करेंगे मुलाकात
- पाकिस्तान पर लगते रहे हैं तालिबान का सहयोग करने के आरोप
काबुल: पाकिस्तानी खुफिया एजेसी ISI के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (Faiz Hameed) अपने देश के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए काबुल पहुंचे गए हैं। फैज हमीद का काबुल दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब तालिबान सरकार नई सरकार के गठन की प्रक्रिया में है और आज इसका ऐलान होने की संभावना है। पंजशीर घाटी में तालिबान तथा विद्रोही गुट के बीच चल रही भीषण लड़ाई के बीच काबुल पहुंचे हमीद तालिबान शासन के तहत अफगानिस्तान का दौरा करने वाले पहले उच्च पदस्थ विदेशी अधिकारी हैं।
पाक-अफगान संबंधों पर चर्चा
पाकिस्तान के पत्रकार हमजा अजहर सलाम ने कहा कि हमीद दोनों देशों के भविष्य पर चर्चा करने के लिए तालिबान के निमंत्रण पर अफगानिस्तान का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'डीजी आईएसआई, लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद तालिबान के निमंत्रण पर पाकिस्तानी अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए काबुल पहुंचे हैं ताकि नई तालिबान सरकार से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के संबंधों के भविष्य पर चर्चा की जा सके।'
तालिबान के समर्थन का आरोप
पाकिस्तान और उसकी कुख्यात खुफिया एजेंसी पर अफगानिस्तान पर कब्जा करने में तालिबान का समर्थन और सहायता करने का आरोप लगा है।वाशिंगटन में पत्रकारों से बात करते हुए, विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान ने तालिबान का "समर्थन और पोषण" किया है जिसने चुनी हुई सरकार की जगह ली है। वाशिंगटन में पत्रकारों के एक समूह से बात करते हुए, श्रृंगला ने कहा, 'पाकिस्तान अफगानिस्तान का पड़ोसी है, उन्होंने तालिबान का समर्थन और पोषण किया है। ऐसे कई तत्व हैं जो पाकिस्तान द्वारा समर्थित हैं - इसलिए इसकी भूमिका को उस संदर्भ में देखा जाना चाहिए।'