- तालिबान ने किया पंजशीर को भी अपने कब्जे में लेने का दावा
- पंजशीर पर कथित जीत के बाद जश्न मनाने को की गई फायरिंग में कई लोगों की मौत
- पंजशीर पर जीत के दावे को विद्रोही गुट के नेता अहमद मसूद ने किया खारिज
काबुल: अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के बाद तालिबान (Taliban) की क्रूरता लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच पंजशीर (Panjshir) पर कथित जीत के जश्न में तालिबान के लड़ाकों ने फायरिंग कर जश्न मनाया। लेकिन यह जश्न कई आम लोगों के लिए मौत लेकर आया और फायरिंग में बच्चों सहित कई लोगों की जान चले गई। तालिबान भले ही पंजशीर पर कब्जे का दावा कर रहा है लेकिन विद्रोही गुट ने इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए इसे फेक न्यूज बताया है।
कई लोगों की मौत
तालिबान का यह जश्न आम लोगों के लिए मुसीबत बन गया और कईयों ने अपने प्रियजनों को खो दिया। तालिबान की गोलीबारी में घायल हुए कई लोग शुक्रवार रात को अस्पतालों में भर्ती किए गए हैं। कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें दावा किया रहा है कि लोग तालिबान की फायरिंग में घायल होकर अस्पताल पहुंचे हैं। एक ऐसी तस्वीर भी सामने आई है जहां ऑपरेशन थियेटर में जगह नहीं मिलने की वजह से एक घायल नागरिक का इमरजेंसी रूप में ही ऑपरेशन किया गया।
पंजशीर के नेता ने खारिज किया दावा
पंजशीर के नेता अहमद शाह मसूद के साथ- साथ अमरूल्ला सालेह ने तालिबान के जीत के दावे को खारिज किया है। अफगानिस्तान के अपदस्थ उपराष्ट्रपति अमरूल्लाह सालेह ने तालिबानी जीत के दावे को फेक बताते हुए वीडियो जारी कर कहा, 'मैं पंजशीर घाटी में हूं और मेरे देश छोड़ने की खबर अफवाह है। हम अफगानिस्तान के हालात पर कई मीटिंग कर रहे है। कोई शक नहीं है की यहां के हालात ठीक नहीं हैं और यहां विद्रोहियों के द्वारा हमला किया जा रहा है लेकिन यहां तालिबानियों का कब्जा नहीं हुआ है।'