- भारतवंशी कमला हैरिस अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हुई हैं
- जीत के बाद अपने पहले संबोधन में उन्होंने मां श्यामला गोपालन को याद किया
- अपने संबोधन के दौरान उन्होंने महिला अधिकारों व समान अधिकारों पर जोर दिया
वेलमिंगटन : अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में भारतवंशी कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हुई हैं। जीत के बादअमेरिकी जनता को अपने पहले संबोधन में उन्होंने भारत का जिक्र किया, जहां से उनकी मां ताल्लुक रखती थीं। उन्होंने साफ कहा कि आज वह जो कुछ भी उनका श्रेय उनकी मां श्यामला गोपालन को जाता है। इस दौरान उन्हों महिला अधिकारों, खासकर अश्वेत महिलाओं के अधिकारों का जिक्र किया और समानता पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वह भले ही अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनने जा रही हैं, पर वह आखिरी नहीं होंगी।
अपने संबोधन में भारत और मां श्यामला गोपालन का जिक्र करते हुए कमला हैरिस ने कहा, 'जब वह 19 साल की उम्र में भारत से यहां आई होंगी तो उन्होंने इस क्षण की कल्पना नहीं की होगी। लेकिन अमेरिका में उनका गहरा विश्वास था, जहां इस तरह के क्षण संभव हैं और इसलिए मैं उसके बारे में सोच रही हूं।'
वहीं, अश्वेत, एशियाई, श्वेत, लैटिन अमेरिकी महिलाओं को याद करते हुए उन्होंने कहा, 'वे सब हमारे लोकतंत्र की रीढ़ की हड्डी हैं। वे औरतें जिन्होंने सौ साल पहले 19वें संशोधन के लिए लड़ाई लड़ी, 55 साल पहले वोटिंग के अधिकार के लिए संघर्ष किया और आज 2020 युवा पीढ़ी जो वोट कर रही है।' उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति पद के लिए उनका निर्वाचित होना देशभर की महिलाओं के लिए नई शुरुआत भर है। उन्होंने कहा, 'मैं इस कार्यालय (उपराष्ट्रपति कार्यालय) में पहली महिला हो सकती हूं, मैं आखिरी नहीं होऊंगी, क्योंकि आज रात हर छोटी लड़की यह देख रही है कि यह संभावनाओं का देश है।'
भारतीय मूल की कमला हैरिस अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित होने वाली पहली महिला हैं। वह देश की पहली भारतवंशी, अश्वेत और अफ्रीकी अमेरिकी उपराष्ट्रपति होंगी। उनका जन्म 20 अक्टूबर 1964 को कैलिफोर्निया के ओकलैंड में हुआ था। उनकी मां श्यामला गोपालन 1960 में भारत के तमिलनाडु से यूसी बर्कले पहुंची थीं। उन्होंने 1961 में डोनाल्ड जे हैरिस से शादी की थी, जिनसे उनकी दो बेटियां- कमला हैरिस व माया हुईं।
दोनों के जीवन पर मां का गहरा प्रभाव रहा है, जिन्होंने उन्हें अपनी पृष्ठभूमि से जोड़े रखा और उन्हें अपनी साझा विरासत पर गर्व करना सिखाया। वह भारतीय संस्कृति से गहरे से जुड़ी रहीं। अपने संबोधन के दौरान कमला हैरिस ने कहा, 'आपने उम्मीद, मर्यादा, विज्ञान और सच को चुना है। आपने जो बाइडन को अगला राष्ट्रपति चुना है।'