- बेरूत में हुए भीषण विस्फोट में मरने वालों की संख्या 100 हो गई है
- विस्फोट इतना तेज था कि वहां 3.5 की तीव्रता का भूकम्प आने की भी रिपोर्ट है
- पीएम मोदी ने इस भीषण विस्फोट में जानमाल के नुकसान पर संवेदना जताई है
बेरूत : लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए भीषण विस्फोट में मरने वालों की संख्या 100 हो गई है। इस विस्फोट में शहर के बंदरगाह का एक बड़ा हिस्सा और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। लेबनान रेड क्रॉस के अधिकारी जॉर्ज केथानेह ने बताया कि इस विस्फोट में कम से कम 100 लोगों की जान चली गई और इस संख्या के अभी और बढ़ने की आशंका है। प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने विस्फोट में जानमाल के हुए नुकसान पर दुख जताते हए घटन में जान गंवाने वालों के शोक-संतप्त परिजनों और घायलों के प्रति संवेदना जताई है।
इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट भी किया गया, जिसमें पीएम मोदी के हवाले से कहा गया, 'बेरूत में बड़े विस्फोट में हुए जानमाल के नुकसान से स्तब्ध और दुखी हूं। हमारी प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ हैं।'
विस्फोट के बाद भूकंप
विस्फोट इतना भीषण था कि उसकी आवाज 200 किलोमीटर से अधिक दूरी तक सुनी गई। जर्मनी के जियोसाइंस केन्द्र 'जीएफजेड' के अनुसार, मंगलवार को हुए विस्फोट से 3.5 की तीव्रता का भूकम्प भी आया। बंदरगाह से अब भी धुआं निकल रहा है। क्षतिग्रस्त वाहनों तथा इमारतों का मलबा अब भी सड़कों पर फैला है। अस्पतालों के बाहर लोग अपने परिवार वालों के बारे में जानने के लिए जमा हो गए हैं। वहीं कई लोगों ने ऑनलाइन भी मदद की गुहार लगाई है।
इससे पहले, अधिकारियों ने मंगलवार को बताया था कि 70 से अधिक लोगों की जान गई है और 3,000 से अधिक लोग घायल हैं। कोरोना वायरस और आर्थिक संकट से जूझ रहे देश में विस्फोट के बाद एक नया संकट आ खड़ा हुआ है। लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दीब ने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को इसकी कीमत चुकानी होगी।
लेबनान के गृह मंत्री ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि बंदरगाह पर बड़ी मात्रा में रखे अमोनियम नाइट्रेट में विस्फोट से यह हादसा हुआ। देश के गृह मंत्री मोहम्मद फहमी ने एक स्थानीय टीवी स्टेशन से कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि बंदरगाह के गोदाम में पड़े 2,700 टन अमोनियम नाइट्रेट में विस्फोट से यह हादसा हुआ।
ट्रंप ने जताई हमले की आशंका
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यह विस्फोट एक हमला हो सकता है। ट्रम्प ने कहा, 'मैंने कुछ जनरलों से मुलाकात की और उनका मानना है कि यह किसी विनिर्माण गतिविधि के कारण हुआ विस्फोट नहीं था... उन्हें लगता है कि यह एक हमला था। यह कोई बम था।' वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बेरूत के लोगों के प्रति 'गहरी संवेदना' व्यक्त करते हुए कहा कि अमेरिका स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए है।
हमले में इजरायल की भूमिका को लेकर भी बातें हो रही हैं, लेकिन इजरायल सरकार के एक अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि इजरायल का विस्फोट से 'कोई लेना-देना नहीं है।'