नई दिल्ली : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को 'माफियाओं' और अपने राजनीतिक विरोधियों का डर सता रहा है। उन्होंने एक बार फिर बयान दिया है कि 'माफिया' और विपक्ष उनकी सरकार को गिराना चाहते हैं। इमरान खान का कहना है कि 'ये लोग उनकी सरकार की उपलब्धियों से भयभीत हैं, इसलिए वे ऐसा करना चाहते हैं।'
'माफिया मेरे कार्यकाल की सफलता से भयभीत हो गए हैं'
बलूचिस्तान में बन रहे 103 किलोमीटर लंबे नौकुंडी-माश्खेल राजमार्ग की आधारशिला रखते हुए इमरान ने गुरुवार को कहा, 'विपक्षी दल राजनीतिक रूप से अपना खात्मा होते देख रहे हैं...माफिया मेरे कार्यकाल की सफलता से भयभीत हो गए हैं।' 2018 के आम चुनाव को याद करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने भविष्यवाणी की थी कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा लेकिन हमने अपने प्रदर्शन की बदौलत खैबर-पख्तूनख्वा में दो तिहाई से बहुमत हासिल किया। इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले चुनाव के नतीजों को लेकर विरोधी दल चिंतित हैं।
'सरकार गिराने की दे रहे धमकी'
अपने संबोधन के दौरान इमरान खान ने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन उन्होंने कहा, 'माफिया एनआरओ पाने के लिए उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं। उनका कहना है कि एनआरओ नहीं मिलने पर उनकी सरकार को गिरा दिया जाएगा।' प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पाकिस्तान के अन्य राज्यों की तरह बलूचिस्तान को भी विकसित करेगी। उन्होंने कहा, 'मेरी सरकार पहले की सरकारों की तुलना में बलूचिस्तान में ज्यादा सड़कों का निर्माण करेगी।'
इमरान ने कोरोना संकट पर भी रखी अपनी राय
कोरोना संकट पर अपनी बात रखते हुए एक अ्य वर्चुअल कार्यक्रम में इमरान खान ने कोविड महामारी को लेकर दुनिया के देशों को आगाह किया। उन्होंने कहा कि महामारी पर अगर रोक नहीं लगाई तो यह एशिया में शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा बन जाएगी। पाक पीएम ने कहा कि पाकिस्तान की पहली प्राथमिकता इस महामरारी से निपटना है। वायरस के इस संकट ने पिछले 100 वर्षों में मानवता को सबसे ज्यादा नुकसान पुहंचाया है।