नई दिल्ली: सियालकोट में एक श्रीलंकाई फैक्ट्री वर्कर की लिंचिंग पर बोलते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने कहा है कि ऐसा युवाओं ने जोश में कर दिया। जब युवाओं को लगता है कि इस्लाम पर हमला किया गया है, तो वे इसका बचाव करने के लिए प्रतिक्रिया करते हैं। कथित ईशनिंदा से जुड़ी एक घटना में शुक्रवार को पाकिस्तान में एक श्रीलंकाई शख्स की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी और उसे आग लगा दी।
इसी घटना पर बोलते हुए खट्टक ने कहा कि वे बच्चे हैं, इस्लामिक हैं, सोच ज्यादा है, जोश में आ जाते हैं और जज्बे में काम कर देते हैं। इसका मतलब ये नहीं कि ये किया तो ये हो गया। वहां लड़के इकट्ठे हुए, उन्होंने इस्लाम का नारा लगाया, उनके खिलाफ काम है तो जवान लड़के जोश में आ गए।
हालांकि परवेज खट्टक ने ट्विटर पर भी इस घटना पर बयान जारी किया और लिखा कि मैं मारे गए श्रीलंकाई के क्रूर उत्पीड़न की कड़ी निंदा करता हूं। यह घटना पाकिस्तान का प्रतिबिंब नहीं है। पाकिस्तान अपने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में चरमपंथ की निंदा करता है। जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के समर्थकों सहित 800 से अधिक लोगों की भीड़ ने सियालकोट जिले में शुक्रवार को एक कपड़ा कारखाने पर हमला किया और उसके महाप्रबंधक प्रियंता कुमारा दियावदनागे की पीट-पीट कर हत्या कर दी और ईशनिंदा के आरोप में उसे आग के हवाले कर दिया।
शव सोमवार को कोलंबो लाया गया। इस बीच पंजाब पुलिस ने ट्वीट किया कि अब तक 26 मुख्य समेत कुल 131 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। 26 प्रमुख संदिग्धों ने लोगों को भड़काने, कुमारा की पीट-पीट कर हत्या करने और उसके शव को आग लगाने में अहम भूमिका निभाई है। लिंचिंग की श्रीलंकाई संसद ने निंदा की। शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि कोई गलती न हो, इसके लिए जिम्मेदार सभी लोगों को कानून की पूरी गंभीरता से दंडित किया जाएगा।
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