इस्लामाबाद : पाकिस्तान में एक दुल्हन इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रही है। दरअसल, उसने निकाह के दौरान हक मेहर में कुछ ऐसा मांगा कि लोग उसकी तारीफ करते नहीं थक रहे और उसे 'ट्रेंड सेटर' बता रहे हैं। यह मामला पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके का है, जहां 14 मार्च को हुए निकाह में दुल्हन नायला शुमाल साफी ने हक मेहर में एक लाख रुपये की किताबें मांग ली।
निकाह की प्रचलित रस्म के मुताबिक, नायला के सामने जब निकाहनामा पेश किया गया और उनसे पूछा गया कि मेहर में उन्हें क्या और कितना चाहिए तो उन्होंने फौरन एक लाख रुपये की किताबें मांग लीं। बकौल नायला, उन्हें सोचने के लिए 10-15 का समय भी दिया गया और कहा कि वह फिर से सोचकर बताएं। लेकिन बहुत सोचने के बाद भी हक मेहर के तौर पर उनके दिमाग में कुछ और नहीं आया।
क्या है मकसद?
नायला के कहने पर दूल्हा पक्ष ने उसकी यह बात मान ली और निकाहनामे में लिखा गया कि हक मेहर की जगह एक लाख रुपये की किताबें लिखी गईं। नायला का निकाह सज्जाद जोनदून से हुआ है, जिन्होंने पश्तो में अपनी पीएचडी पूरी कर ली है और यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं, जबकि नायला इस समय पीएचडी कर रही हैं। उनका मानना है कि इस पहल से खैबर पख्तूनख्वा में मेहर के तौर पर अधिक रकम मांगने की प्रथा खत्म हो जाएगी।
बताया जाता है कि खैबर पख्तूनख्वा में अक्सर निकाह के दौरान हक मेहर के तौर पर दुल्हन पक्ष की ओर से दूल्हा पक्ष से 10 से 20 लाख रुपये तक मांगे जाते हैं। समझा जा रहा है कि नायला की इस पहल से इन परंपराओं को तोड़ने में मदद मिलेगी, जिसकी शुरुआत उन्होंने अपने हक मेहर में एक लाख रुपये की किताबें मांगकर की हैं।
एक वीडियो संदेश में नायला ने कहा कि इसका मकसद हक मेहर के तौर पर अधिक रकम की मांग जैसी परंपरा को तोड़ना है तो किताबों और पढ़ाई की अहमियत बताना भी है, ताकि हर कोई इनकी कद्र करे। उन्होंने इस दौरान पाकिस्तान की माली हालत का भी जिक्र किया और संदेश दिया कि इसकी वजह से आम लोगों को किन परेशानियों से गुजरना पड़ता है। सोशल मीडिया पर इसकी लोग खूब तारीफ कर रहे हैं।