- ऐप्पल ने रूस में अपने उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा दी है। और रूस की सरकारी मीडिया आरटी और स्पूतनिक न्यूज को बैन कर दिया है।
- होंडा ने रूस में मोटरसाइकिल और कारों के निर्यात पर रोक लगाई है।
- अपैरल कंपनी H&M ने भी रूस में अपने स्टोर को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है।
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में अभी तक ज्यादातर यूक्रेन की तबाही की तस्वीरें सामने आई हैं। जिसमें रोते-बिलखते लोग और खंडहर होती इमारतें देखी जा सकती हैं। लेकिन लंबे खिंचते युद्ध और पुतिन के रवैये के कारण, अब रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों का आम आदमी पर असर दिखने लगा है। दुनिया की जानी-मानी कंपनियों ने अब ऐसे प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं, जिसका सीधा असर रूस के आम लोगों पर पड़ेगा। इस लिस्ट में गूगल, एप्पल, एडिडास, आइकिया, यू ट्यूब, होंडा जैसी कंपनियां शामिल हैं।
इन प्रतिबंधों का क्या होगा असर
इन प्रतिबंधों की वजह से रूस के लिए लोगों के एप्पल के फोन खरीदने से लेकर होंडा की कार और दो पहिया वाहन, डेल के लैपटॉप और दूसरे आईटी प्रोडक्ट, नाइके के जूते, जॉनी वॉकर की शराब, वीजा और मास्टर कार्ड से पेमेंट जैसी सर्विसेज और उत्पादन लेने में दिक्कतें आएंगी। जाहिर है इन प्रतिबंधों से रूस के लोगों के लिए रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
कंपनियों ने क्या लगाए प्रतिबंध
1.ऐप्पल ने रूस में अपने उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा दी है। और रूस की सरकारी मीडिया आरटी और स्पूतनिक न्यूज को बैन कर दिया है। यानी रूस के लोग एप्पल के प्रोड्कट नहीं खरीद पाएंगे । और जिनके पास आई-फोन आदि हैं, वह आरटी और स्पूतनिक न्यूज को भी एक्सेस नहीं कर पाएंगे।
2.BMW ने रूस में उत्पादन ठप कर दिया और उसे किए जाने वाले निर्यात पर भी अस्थायी तौर पर रोक लगा दी है। इसी तरह होंडा ने रूस में मोटरसाइकिल और कारों के निर्यात पर रोक लगाई है।
3. इसी तरह DELL ने रूस में अपने प्रोडक्ट की बिक्री पर रोक लगा दी है।
4.अपैरल कंपनी H&M ने भी रूस में अपने स्टोर को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है।
5.ओरेकल ने भी रूस में अपने सभी ऑपरेशन बंद कर दिए हैं। उसने यह कदम यूक्रेन सरकार की अपील के बाद यह कदम उठाया है।
6. एयरप्लेन बनाने वाली कंपनी बोइंग ने रूसी एयरलाइनों के लिए रखरखाव, उपकरणों की आपूर्ति और तकनीकी सहायता सेवाओं को रोक दिया है।
7. फेसबुक यूजर को रूस की सरकारी मीडिया की खबरें नहीं देखने को मिलेगी।
8.शिपिंग लाइन कंपनी Mersk ने भी रूस को अपनी डिलिवरी सेवाएं रोक दी हैं।
9. दुनिया की सबसे बड़ी फर्नीचर कंपनी IKEA ने भी रूस में अपना ऑपरेशन बंद करने का ऐलान किया है।
10.दुनिया की सबसे बड़ी लिकर कंपनियों में से एक ब्रिटेन की डियाजियो (Diageo) ने रूस में अपनी शराब की सप्लाई रोक दी है। कंपनी जॉनी वॉकर, स्म्रीन ऑफ वोद्का,सिंगलटोन, टलिस्कर जैसे लिकर ब्रांड की बिक्री करती है।
महंगाई डबल डिजिट में जाने का डर
आर्थिक प्रतिबंधों को देखते हुए रूस में महंगाई भी बढ़ने की आशंका बढ़ गई है। 24 फरवरी को जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। उसके अगले दिन यानी 25 फरवरी को महंगाई दर 9.05 फीसदी पहुंच गई थी। ऐसे में अब जब युद्ध को एक हफ्ते हो गए हैं, तो ऐसी आशंका है कि अगले आंकड़े काफी ज्यादा होंगे। यानी रूस के लोगों की जेब पर सीधा असर होगा। इसके पहले रूस की इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर कंपनी डीएनएस के चीफ एग्जीक्यूटिव दमित्री एलेक्सयेव फेसबुक पोस्ट पर लिख चुके हैं कि ये युद्ध हमें पीछे धकेलेगा। समझ नहीं आया कि युद्ध की जरूरत क्या थी? उन्होंने यह कहा है कि सप्लाई में दिक्कतों की वजह से कीमतें 30 फीसदी बढ़ जाएगी। वहीं दूसरी सबसे बड़ी रूसी एयरलाइंस एस 7 ने कहा है कि कंपनी दिवालिया हो सकती है। फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने से पहले ही 116 अरबपतियों को 126 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हो चुका है।
(स्रोत:फोर्ब्स और एजेंसी )
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