नई दिल्ली : सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एक ऐसा शहर बसाने की योजना तैयार की है जिसमें कारें और सड़कें नहीं होंगी। यह शहर पूरी तरह से कार्बन से मुक्त होगा। यह शहर 500 अरब डॉलर की परियोजना 'नियोम' का हिस्सा होगा। यह शहर 170 किलोमीटर के दायरे में बसा होगा और इसे 'द लाइन' नाम से जाना जाएगा। क्राउन प्रिंस ने रविवार को अपनों इस सपनों के शहर के बारे में घोषणा की। एक बयान में कहा गया कि यह शहर ऐसा होगा जहां लोग पैदल ही दूरी तय कर सकेंगे।
शहर में 10 लाख लोगों के रहने की होगी व्यवस्था
रिपोर्ट के मुताबिक इस शहर की कनेक्टिविटी कार एवं सड़कों के बिना बनी रहेगी और लोग एक दूसरे से जुड़े रहेंगे। बयान में कहा गया है कि इस शह में 10 लाख लोगों के रहने की व्यवस्था होगी। यही नहीं साल 2030 तक यहां 380,000 नौकरियों की व्यवस्था होगी। क्राउन प्रिंस का कहना है कि इस आधुनिक शहर के निर्माण में 100 अरब डॉलर से लेकर 200 अरब डॉलर के बीच खर्च आएगा।
शहर का नाम होगा 'द लाइन'
प्रिंस मोहम्मद अपनी इस 'नियोम' परियोजना के जरिए दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्यातक देश की अर्थव्यवस्था में विविधता लाना चाहते हैं। इस परियोजना की घोषणा साल 2017 में हुई थी। देश के उत्तर पश्चिमी इलाके में परियोजना के तहत 10,000 वर्गकिलोमीटर से ज्यादा क्षेत्र में निर्माण कार्य चल रहा है। इसे प्रिंस का 'एक साहिसक सपना' बताया गया है। इसके बारे में कहा गया है कि यह शहर नई प्रौद्योगिकी एवं कारोबार का एक बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा।
इस परियोजना पर जताई गई हैं आशंकाएं
हालांकि, यह परियोजना अपने शुरुआत से ही शंकाओं एवं विवादों से घिर गई। विश्लेषक इस परियोजना के हकीकत में बदलने और कारोबार आकर्षित करने पर आशंकाएं जाहिर कर चुके हैं। सऊदी प्रिंस ने अल-उला में पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि 'द लाइन' के लिए सऊदी सरकार, पीआईएफ, स्थानीय एवं वैश्विक इंवेस्टर्स अगल 10 वर्षों तक 500 अरब डॉलर की राशि देंगे। प्रिंस तेल के बाद सऊदी अरब कैसा होगा, उसकी कल्पना करते हुए इस शहर का निर्माण करना चाहते हैं। अभी सऊदी अरब पकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह से कच्चे तेल की निर्यात पर आधारित है।
किसी रास्ते पर 20 मिनट से ज्यादा का समय नहीं लगेगा
समुद्र के स्तर में हो रही वृद्धि एवं कार्बन उत्सर्जन का हवाला देते हुए प्रिंस ने कहा कि हम विकास के लिए प्रकृति को नुकसान क्यों पहुंचाएं? उन्होंने कहा कि यह यह शहर मानवता के लिए एक क्रांति होगा जहां 'जीरो कार, जीरो स्ट्रील और जीरो कार्बन उत्सर्जन' होगा। उन्होंने कहा कि 'द लाइन' शहर का कोई भी रास्ता तय करने में 20 मिनट से ज्यादा का समय नहीं लगेगा। इस शहर में हाई-स्पीड ट्रांजिट और ऑटोनॉमस मोबिलिटी के विकल्प होंगे।